(प्रारंभिक परीक्षा: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 2: स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय) |
संदर्भ
दिल्ली विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 2020 के तहत परिकल्पित ‘मल्टीपल एंट्री, मल्टीपल एग्जिट (MEME)’ योजना के कार्यान्वयन के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसका उद्देश्य उच्च शिक्षा को अधिक लचीला, सुलभ एवं शिक्षार्थी-केंद्रित बनाना है।
MEME योजना की मुख्य विशेषताएँ
मल्टीपल एंट्री-एग्जिट विकल्प
- छात्र 1, 2 या 3 वर्ष बाद स्नातक कार्यक्रम से निम्नलिखित के साथ बाहर निकल सकते हैं:
- प्रमाणपत्र (1 वर्ष के बाद)
- डिप्लोमा (2 वर्ष के बाद)
- स्नातक की डिग्री (3 वर्ष के बाद)
- ऑनर्स/रिसर्च के साथ ऑनर्स (4 वर्ष के बाद)
- छात्र बिना क्रेडिट खोए अपनी डिग्री पूरी करने के लिए एक निर्धारित अवधि के भीतर पुनः प्रवेश कर सकते हैं।
- इसी तरह, स्नातकोत्तर छात्र दो वर्षीय कार्यक्रम के पहले वर्ष के बाद डिप्लोमा प्राप्त कर सकते हैं और दो वर्षीय पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त कर सकते हैं।
- चार वर्षीय स्नातक डिग्री पूरी करने वाले छात्र स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम का एक वर्ष पूरा करने के बाद स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त कर सकते हैं।
क्रेडिट बैंक प्रणाली
- दिल्ली विश्वविद्यालय अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स (ABC) प्रणाली को अपनाएगा।
- छात्रों के क्रेडिट डिजिटल रूप से संग्रहीत किए जाएँगे और उनका उपयोग विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों में किया जा सकेगा।
लचीलापन एवं गतिशीलता
- अंतर्विषयक शिक्षण, वैकल्पिक पाठ्यक्रमों और विभिन्न विषयों में गतिशीलता को बढ़ावा देता है।
- आर्थिक या व्यक्तिगत कारणों से पढ़ाई छोड़ चुके छात्रों को बिना दोबारा पढ़ाई शुरू किए वापस लौटने में मदद करता है।
NEP 2020 के साथ संरेखण
- लचीला पाठ्यक्रम, शिक्षार्थी स्वायत्तता और समावेशी शिक्षा के NEP के दृष्टिकोण को पूरा करता है।
- यह कौशल-आधारित और शोध-उन्मुख शिक्षा को प्रोत्साहित करता है।
चुनौतियाँ
- क्रेडिट हस्तांतरण और एकसमान मूल्यांकन में तार्किक जटिलता।
- सुचारू कार्यान्वयन के लिए संस्थागत तत्परता और शिक्षक-प्रशिक्षण की आवश्यकता।
निष्कर्ष
MEME योजना उच्च शिक्षा के लोकतंत्रीकरण की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम है। यदि इसे प्रभावी ढंग से लागू किया जाए, तो यह NEP 2020 के प्रमुख लक्ष्यों, जैसे- समानता, लचीलापन एवं आजीवन शिक्षा को बढ़ावा दे सकती है।