नेशनल वायरस रिसर्च एंड डायग्नॉस्टिक लेबोरेटरी (VRDL) कॉन्क्लेव-2025 का आयोजन 12 सितंबर 2025 को नई दिल्ली में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने किया।

प्रमुख संस्थाएँ:
इस कॉन्क्लेव में तीन प्रमुख संस्थाओं ने मुख्य भूमिका निभाई:
- स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग (DHR) – यह विभाग स्वास्थ्य अनुसंधान और नीति निर्माण में मार्गदर्शन करता है।
- भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) – यह भारत में चिकित्सा और स्वास्थ्य अनुसंधान का शीर्ष संगठन है।
- VRDL नेटवर्क – यह नेटवर्क देशभर में वायरस अनुसंधान और डायग्नोस्टिक सुविधाओं का संचालन करता है और महामारी प्रबंधन में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
कॉन्क्लेव का महत्व
- VRDL कॉन्क्लेव ने वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और उद्योग जगत को एक साझा मंच प्रदान किया।
- इस मंच पर स्वास्थ्य अनुसंधान के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग, विचार-विमर्श और नवाचार पर चर्चा हुई।
- यह कॉन्क्लेव भारत के आत्मनिर्भर स्वास्थ्य विजन को और मजबूत करने में सहायक होगा।
- देश में स्वास्थ्य नवाचार, रोग पहचान और महामारी प्रबंधन के क्षेत्र में नए अवसर विकसित होंगे।
नेशनल वायरस रिसर्च एंड डायग्नॉस्टिक लेबोरेटरी (VRDL) की भूमिका
- VRDL नेटवर्क देशभर में स्थित वायरस अनुसंधान और डायग्नोस्टिक लैब्स के माध्यम से महामारी और संक्रामक रोगों से निपटने में सुरक्षा के प्रहरी की भूमिका निभाता है।
- इन लैब्स ने कोविड-19 सहित कई स्वास्थ्य संकटों में त्वरित परीक्षण, संक्रमण की पहचान और अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
नई पहल: IVD वेलिडेशन पोर्टल
- कॉन्क्लेव के दौरान इन-विट्रो डायग्नॉस्टिक्स (IVD) वेलिडेशन पोर्टल और वेलिडेशन प्रोटोकॉल्स का भी शुभारंभ किया गया।
- यह पोर्टल स्वास्थ्य परीक्षण और तकनीकों को तेज़, पारदर्शी और उद्योग-अनुकूल बनाने में सहायक होगा।
- पोर्टल के माध्यम से नए टेस्ट और तकनीक जल्दी और सुरक्षित तरीके से उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
- यह प्लेटफॉर्म उद्योग, शोध और नियामक संस्थाओं के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करेगा।
भारत का स्वास्थ्य अनुसंधान तंत्र
- भारत एक मजबूत, आत्मनिर्भर और वैश्विक स्तर पर प्रासंगिक स्वास्थ्य अनुसंधान तंत्र का निर्माण कर रहा है।
- नेशनल वन हेल्थ मिशन के तहत पहली बार 13 मंत्रालय और विभाग एक साथ कार्य कर रहे हैं।
- यह समन्वित प्रयास न केवल भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए भी मिसाल प्रस्तुत करता है।
- भारत अब संक्रमणों की प्रारंभिक पहचान, स्वदेशी टेस्ट वेलिडेशन और नई तकनीकों के विकास में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
प्रश्न. नेशनल वायरस रिसर्च एंड डायग्नॉस्टिक लेबोरेटरी (VRDL) कॉन्क्लेव-2025 का आयोजन कहाँ किया गया?
(a) मुंबई
(b) नई दिल्ली
(c) कोलकाता
(d) बेंगलुरु
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