चर्चा में क्यों ?
- फिलीपींस ने दक्षिण-पूर्व एशिया का पहला कोरल लार्वा क्रायोबैंक शुरू किया है।
- इसका मुख्य उद्देश्य प्रवालों की आनुवंशिक विविधता को संरक्षित करना और रीफ पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा करना है।
- यह पहल ऐसे समय में की गई है जब वैश्विक प्रवाल आबादी जलवायु परिवर्तन, विरंजन घटनाओं और मानवीय हस्तक्षेप के कारण गंभीर संकट में है।

कोरल क्रायोबैंक: बहुराष्ट्रीय सहयोग
- यह परियोजना फिलीपींस, ताइवान, इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड के वैज्ञानिक संस्थानों के बीच बहुराष्ट्रीय सहयोग का हिस्सा है।
- इसके माध्यम से उन्नत क्रायोप्रिजर्वेशन तकनीकों का उपयोग करके प्रवाल लार्वा को संरक्षित किया जाएगा।
- भविष्य में इन्हें रीफ पुनर्स्थापन और अनुसंधान में उपयोग किया जा सकेगा।
क्रायोप्रिजर्वेशन: कैसे काम करता है
- क्रायोप्रिजर्वेशन में जीवित कोशिकाओं या ऊतकों को तरल नाइट्रोजन में –196°C पर संरक्षित किया जाता है। प्रवाल लार्वा को ग्लिसरॉल, एथिलीन ग्लाइकॉल या डीएमएसओ जैसे क्रायोप्रोटेक्टेंट्स से उपचारित किया जाता है। विट्रीफिकेशन तकनीक के माध्यम से कोशिकाओं में पानी को प्रतिस्थापित कर कांच जैसी अवस्था में तेजी से ठंडा किया जाता है, जिससे बर्फ के क्रिस्टल से होने वाली क्षति से बचा जा सके।
कोरल त्रिभुज: समुद्रों का अमेज़न

- कोरल क्रायोबैंक कोरल त्रिभुज क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है, जिसे "समुद्रों का अमेज़न" कहा जाता है।
- यह क्षेत्र इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीप और तिमोर-लेस्ते में फैला है।
- यहाँ विश्व की 75% प्रवाल प्रजातियाँ, वैश्विक रीफ मछली प्रजातियों का लगभग एक तिहाई, विशाल मैंग्रोव वन और अधिकांश समुद्री कछुए प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
प्रवाल पारिस्थितिकी तंत्र के लिए खतरे
2009 और 2018 के बीच वैश्विक स्तर पर 14% प्रवाल नष्ट हो गए। इसका मुख्य कारण है:
- समुद्र का बढ़ता तापमान और जलवायु परिवर्तन से प्रवाल विरंजन
- प्रदूषण और विनाशकारी मछली पकड़ने की प्रथाएँ
- अनियमित तटीय विकास और पर्यटन
प्रवाल: समुद्री जीवन के संरक्षक
प्रवाल समुद्री अकशेरुकी जीव हैं जो कॉलोनियों (पॉलिप्स) में रहते हैं और कैल्शियम कार्बोनेट से बाह्य कंकाल बनाकर भित्तियाँ तैयार करते हैं। ये भित्तियाँ 25% समुद्री जीवन के लिए आवास, भोजन और प्रजनन स्थल प्रदान करती हैं।
प्रवाल भित्तियों के प्रकार
- फ्रिंजिंग रीफ्स: तटरेखाओं के पास
- बैरियर रीफ्स: समुद्र तट से दूर, लैगून द्वारा अलग
- एटोल: डूबे हुए ज्वालामुखी द्वीपों के चारों ओर गोलाकार चट्टानें
प्रवाल विरंजन क्या है ?
- प्रवाल विरंजन तब होता है जब उच्च तापमान या प्रदूषण के कारण प्रवाल अपने सहजीवी शैवाल (ज़ूक्सैन्थेला) को बाहर निकाल देते हैं।
- इससे वे सफेद हो जाते हैं और यदि स्थिति सुधरती नहीं है, तो उनकी मृत्यु हो सकती है।

प्रश्न-दक्षिण-पूर्व एशिया का पहला कोरल लार्वा क्रायोबैंक किस देश ने शुरू किया है ?
(a) इंडोनेशिया
(b) मलेशिया
(c) फिलीपींस
(d) थाईलैंड
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