राजीव प्रताप रूडी नेकॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया (CCI) के महासचिव (प्रशासन) के रूप में पुनः चुनाव जीता।
यह चुनाव पार्टी विभाजन और उच्च-दांव आंतरिक प्रतिस्पर्धा के बीच हुआ, जिसमें रूडी ने भाजपा के संजीव बालियान को 102 वोटों के निर्णायक अंतर से हराया।
यह परिणाम राजधानी के राजनीतिक माहौल में ध्यान आकर्षित करता है, क्योंकि CCI सांसदों और पूर्व सांसदों के लिए द्विदलीय संवाद और नेटवर्किंग का महत्वपूर्ण मंच है।
कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया (CCI) का परिचय
स्थापना: फरवरी 1947
स्थान:संसद भवन के पास, रफी मार्ग, नई दिल्ली
उद्देश्य: वर्तमान और पूर्व सांसदों के लिए सामाजिक एवं व्यावसायिक केंद्र, द्विदलीय संवाद और नेटवर्किंग का मंच
सदस्यता: 1,200 से अधिक सदस्य
नेतृत्व संरचना:-
लोकसभा अध्यक्ष पदेन अध्यक्ष
महासचिव उपाध्यक्ष
उपाध्यक्षों में केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा के उपसभापति शामिल
प्रमुख गतिविधियाँ:-
सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
खेल, संस्कृति और अन्य विषयों पर समितियों का संचालन
सांसदों के बीच विचार-विमर्श और नीति निर्माण पर चर्चा
प्रमुख निर्वाचित पदाधिकारी
महासचिव (प्रशासन): राजीव प्रताप रूडी
सचिव (संस्कृति):राज्यसभा सांसद तिरुचि शिवा
सचिव (खेल):राजीव शुक्ला
कोषाध्यक्ष:एपी जितेंद्र रेड्डी (तेलंगाना सरकार के विशेष प्रतिनिधि, दिल्ली)
समिति सदस्य: 11 पदों का निर्धारण, 14 नामांकन में से 3 नामांकन वापस लिए गए
चुनाव और राजनीतिक महत्व
चुनाव में कुल 25 राउंड की मतगणना हुई।
CCI राजधानी के राजनीतिक परिवेश में सांसदों और पूर्व सांसदों के लिए प्रमुख संवाद और नेटवर्किंग मंच है।
महासचिव पद पर रूडी की जीत ने पार्टी नेतृत्व और आंतरिक राजनीति पर असर डाला।
निर्वाचित अन्य पदाधिकारी भी विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय हैं, जिससे क्लब की गतिविधियाँ व्यापक और बहु-विषयक होंगी।
प्रश्न :-कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया (CCI) की स्थापना कब हुई थी ?