(प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिक घटनाक्रम) |
संदर्भ
दिल्ली स्थित लाल किला (Red Fort) भारत की ऐतिहासिक धरोहर और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। हाल ही में एक वैज्ञानिक अध्ययन में चेतावनी दी गयी है कि बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लाल किला तेजी से क्षतिग्रस्त हो रहा है। यह रिपोर्ट नीति-निर्माताओं और नागरिकों के लिए चेतावनी है कि यदि तुरंत कदम नहीं उठाए गए तो आने वाली पीढ़ियाँ इस धरोहर को अपनी मूल भव्यता में नहीं देख पाएंगी।
लाल किले के बारे में
- अवस्थिति : दिल्ली
- निर्माता शासक : मुगल सम्राट शाहजहां
- निर्माण वर्ष : 1639 से 1648 के बीच
- विशेषता : लाल बलुआ पत्थर से निर्मित इस किले में मोती मस्जिद, दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास जैसे ढांचे
- महत्व : मुगल शासन की राजनीतिक एवं सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक
- प्रतिवर्ष 15 अगस्त को यहीं से प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं।
महत्व
- लाल किला मुगल साम्राज्य की राजधानी शाहजहानाबाद का प्रमुख केंद्र था।
- यह भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का गवाह रहा है।
- वर्ष 2007 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया।
- यह भारत की स्थापत्य कला, नक्काशी एवं मुगल वास्तुकला का अनमोल उदाहरण है।
लाल किले पर हालिया रिपोर्ट के बारे में
- रिपोर्ट का शीर्षक : Characterization of Red Sandstone and Black Crust to Analyze Air Pollution Impacts on a Cultural Heritage Building: Red Fort, Delhi, India
- अध्ययन संस्थान : IIT रुड़की, IIT कानपुर, Ca’ Foscari University (Venice), ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग)
- अध्ययन अवधि : वर्ष 2021 से 2023
- सहयोग : भारत का विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और इटली का विदेश मंत्रालय
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
- लाल बलुआ पत्थर की परतें उखड़ रही हैं जिससे नक्काशी में खराबी
- दीवारों पर काले धब्बे (Black Crust) और प्लास्टर का फटना
- नमी बढ़ने से दरवाजों पर पपड़ी जैसी परत और दरारें बनना
- PM10, PM2.5 एवं NO2 के स्तर राष्ट्रीय मानक (NAAQS) से अधिक पाया जाना
- वाहनों के धुएं, ईंधन जलने और निर्माण गतिविधियों से आने वाले ब्लैक क्रस्ट में भारी धातुओं का पाया जाना
- जिप्सम (Gypsum) की परत बनने से पत्थर की परतों का कमजोर होना
- अध्ययन में सुझाव–
- शुरुआती चरण में ब्लैक क्रस्ट को साफ किया जा सकता है।
- नियमित सफाई एवं पत्थरों पर सुरक्षात्मक परत लगाया जा सकता है।
भारत में धरोहर संरक्षण के नियम
- प्राचीन स्मारक व पुरातात्विक स्थल एवं अवशेष अधिनियम, 1958 : धरोहरों का संरक्षण और रखरखाव
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) : संरक्षण कार्य करने वाली केंद्रीय संस्था
- राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण (NMA) : संरक्षित स्मारकों के आसपास के क्षेत्रों में निर्माण को नियंत्रित करता है।
- राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) : प्रदूषण कम करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर योजना
क्या किया जाना चाहिए
- लाल किले की नियमित सफाई और रखरखाव के लिए समर्पित मेंटेनेंस प्रोग्राम
- ट्रैफिक और निर्माण गतिविधियों से होने वाले प्रदूषण पर सख्त नियंत्रण
- प्रदूषण स्रोतों की पहचान कर क्लीन टेक्नोलॉजी अपनाना
- स्मारक क्षेत्र में ग्रीन बेल्ट और धूल-रोधी अवरोध (Dust Barriers) बनाना
- प्रदूषण मॉनिटरिंग के लिए विशेष सेंसर और रियल-टाइम डेटा का उपयोग करना
- नागरिकों में जागरूकता बढ़ाना कि धरोहर केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, सबकी है।
यह भी जानिए!
- ‘एडॉप्ट ए हेरिटेज योजना (Adopt a Heritage Scheme)’ के तहत केंद्र सरकार ने कुछ प्रमुख धरोहर स्थलों को निजी कंपनियों के प्रबंधन एवं रखरखाव के लिए देने की घोषणा की थी।
- इस योजना का उद्देश्य था–
- स्मारकों पर बेहतर सुविधाएँ (Amenities) उपलब्ध कराना
- स्वच्छता एवं मेंटेनेंस में सुधार
- पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाना
- इस योजना के तहत लाल किले को डालमिया भारत समूह (एक निजी कंपनी) को पांच वर्ष के लिए सौंपा गया था।
- वर्तमान में एडॉप्ट ए हेरिटेज योजना 2.0 के तहत स्मारक मित्र के रूप में डालमिया भारत समूह द्वारा संचालित है।
|