(प्रारंभिक परीक्षा : राष्ट्रीय घटनाक्रम) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 1: भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला) |
संदर्भ
उत्तरप्रदेश के सलखन जीवाश्म पार्क को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की अस्थायी सूची में शामिल किया गया।
सलखन जीवाश्म पार्क के बारे में
- परिचय : इसे आधिकारिक तौर पर सोनभद्र जीवाश्म पार्क के नाम से जाना जाता है, जो उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में स्थित एक भूवैज्ञानिक स्थल है।
- यह पार्क कैमूर वन्यजीव अभयारण्य के अंतर्गत सोनभद्र जिला मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज से लगभग 15 किमी. की दूरी पर सलखन गाँव में स्थित है।
- क्षेत्रफल : लगभग 25 हेक्टेयर में फैला यह पार्क विंध्यन पर्वत श्रृंखला के अंतर्गत अपनी ऊबड़-खाबड़ भमि, खड़ी चट्टानों एवं अद्वितीय भूवैज्ञानिक परिदृश्य के लिए जाना जाता है।
प्रमुख विशेषताएँ
- यह पार्क लगभग 1.4 अरब वर्ष पुराने जीवाश्मों का एक समृद्ध भंडार है जो इसे विश्व के सबसे प्राचीन और अच्छी तरह से संरक्षित जीवाश्म स्थलों में से एक बनाता है।
- इस पार्क में विभिन्न संरचनाओं में बिखरे हुए जीवाश्मों का एक असाधारण संग्रह है, जिनमें मुख्यत: स्ट्रोमैटोलाइट्स शामिल हैं। पार्क में स्ट्रोमैटोलाइट्स की विविध रूपरेखाएँ, जैसे- स्तंभीय (Columnar), स्तरित (Stratiform) एवं गुंबदनुमा (Domal) रूप विंध्य सुपरग्रुप के भांदेर चूना पत्थर में संरक्षित हैं।
- स्ट्रोमैटोलाइट्स, सायनोबैक्टीरिया या नील-हरित शैवाल समुदायों द्वारा निर्मित संरचनाएँ हैं जो प्राचीन पर्यावरणीय परिस्थितियों एवं सूक्ष्मजीवी जीवन के महत्वपूर्ण संकेतक हैं।
- इस स्थल पर प्रमुख स्ट्रोमैटोलाइट प्रजाति ईओन्टोफाइसैलिस प्रजाति (Eoentophysalis sp.) है जो एक कॉलोनी आधारित सायनोबैक्टीरियम है।
- ये जीवाश्म चूना पत्थर की चट्टानों पर लहरदार, गोलाकार या अंडाकार पथरीली संरचनाओं के रूप में दिखाई देते हैं और पार्क के विशिष्ट क्षेत्रों में केंद्रित हैं।
परिस्थिकीय महत्त्व
- यह पार्क केवल एक जीवाश्म एवं भू-वैज्ञानिक स्थल तक सीमित नहीं है। कैमूर वन्यजीव अभयारण्य के हरे-भरे परिवेश में स्थित यह पार्क विविध परिदृश्य के साथ पारिस्थितिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
- इसमें शुष्क पर्णपाती वन, झाड़ियाँ, घास के मैदान एवं नदीय पारिस्थितिक तंत्र शामिल हैं जो विविध प्रकार की वनस्पतियों व जीवों के लिए एक सुरक्षित आश्रय प्रदान करते हैं।
क्या आप जानते हैं?
- यूनेस्को की अस्थायी सूची (Tentative List) उन प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक स्थलों की एक सूची है जिन्हें कोई देश यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में नामांकन के लिए विचार करता है।
- यह सूची यूनेस्को विश्व धरोहर संधि, 1972 के तहत तैयार की जाती है और यह उन स्थलों का एक प्रारंभिक चयन होता है जिन्हें देश भविष्य में विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामांकित करना चाहता है।
- किसी स्थल को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के लिए उसे कम-से-कम एक वर्ष पहले अस्थायी सूची में शामिल करना अनिवार्य है।
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