चीन ने स्कारबोरो शोल (Scarborough Shoal) में एक राष्ट्रीय प्रकृति आरक्षित क्षेत्र (National Nature Reserve) बनाने की घोषणा की है। इस कदम पर फिलीपींस ने कड़ी आपत्ति जताई है और यह विवाद एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय सुर्खियों में है।
स्कारबोरो शोल के बारे में
- यह एक त्रिकोणाकार एटॉल (Atoll) है जो फिलीपींस से लगभग 200 किमी. दूर स्थित है।
- इसे चीन में हुआंगयान द्वीप (Huangyan Island) और फिलीपींस में पानाटाग शोल (Panatag Shoal) या ‘बाजो दे मासिनलोक’ कहा जाता है।
- यह फिलीपींस के विशेष आर्थिक क्षेत्र (Exclusive Economic Zone: EEZ) के भीतर आता है।

महत्त्व
- भौगोलिक महत्व : यह दक्षिण चीन सागर के मध्य में स्थित है और प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक मार्गों के निकट है जहाँ से $3 ट्रिलियन से अधिक का वार्षिक व्यापार होता है।
- मत्स्य संसाधन : यहाँ प्रचुर मात्रा में मछलियाँ पाई जाती हैं जो स्थानीय मछुआरों के लिए जीवनयापन का प्रमुख साधन हैं।
- रणनीतिक महत्व : यह तूफानों के समय जहाजों के लिए सुरक्षित शरणस्थल (Safe Haven) का काम करता है और सैन्य दृष्टि से भी महत्वपूर्ण स्थान है।
चीन द्वारा नई योजना की घोषणा
- चीन ने स्कारबोरो शोल में 3,524 हेक्टेयर का कोरल रीफ इकोसिस्टम संरक्षित क्षेत्र बनाने की घोषणा की है।
- चीन इसे पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक बता रहा है किंतु आशंका है कि यह भविष्य में कृत्रिम द्वीप (Artificial Island) बनाने की दिशा में पहला कदम हो सकता है, जैसा कि चीन ने स्प्रैटली द्वीप समूह में किया था।
जोखिम एवं विवाद
- सार्वभौमिकता पर विवाद : वर्ष 2012 से यह शोल प्रभावी रूप से चीन के नियंत्रण में है जबकि फिलीपींस इसका दावा करता है।
- टकराव की घटनाएँ : पानी की बौछार (Water Cannon), नौकाओं का टकराव, खतरनाक समुद्री चालें और हवाई रूप से पीछा करने जैसी घटनाएँ बार-बार होती हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय कानून : वर्ष 2016 में अंतर्राष्ट्रीय स्थायी मध्यस्थता न्यायालय (Permanent Court of Arbitration) ने कहा था कि चीन का अवरोध (Blockade) अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।
- संघर्ष का खतरा : फिलीपींस की नौसेना अपेक्षाकृत कमजोर है किंतु अमेरिका के साथ वर्ष 1951 के पारस्परिक रक्षा संधि (Mutual Defence Treaty) के कारण किसी भी हमले की स्थिति में अमेरिका की दखलअंदाजी की संभावना बढ़ जाती है।
प्रभाव
- क्षेत्रीय तनाव : चीन एवं फिलीपींस के बीच संबंध तनावपूर्ण हो सकते हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर प्रभाव : किसी भी संघर्ष की स्थिति में दक्षिण चीन सागर के शिपिंग लेन प्रभावित हो सकते हैं।
- भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा : अमेरिका, जापान एवं ऑस्ट्रेलिया जैसे देश फिलीपींस का समर्थन कर सकते हैं जिससे क्वाड व चीन के बीच टकराव बढ़ सकता है।
- पर्यावरणीय प्रभाव : चीन एवं फिलीपींस एक-दूसरे पर कोरल रीफ व समुद्री जीवन को नुकसान पहुँचाने के आरोप लगाते रहे हैं।