चर्चा में क्यों ?
- नई दिल्ली में आयोजित मोबाइल कॉन्क्लेव में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एलन मस्क की स्टारलिंक को भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा प्रदान करने का लाइसेंस मिलने की घोषणा की।
- इसके साथ ही, भारत सरकार ने स्पेक्ट्रम आवंटन की रूपरेखा भी तैयार कर ली है ताकि इन सेवाओं की शुरुआत बिना बाधा के हो सके।

प्रमुख बिंदु:
केंद्रीय मंत्री ने भारत की डिजिटल प्रगति से संबंधित महत्वपूर्ण आँकड़े जारी किए हैं-
- टेलीफोन कनेक्शन: भारत में अब कुल 1.2 अरब टेलीफोन कनेक्शन हो चुके हैं।
- इंटरनेट उपभोक्ता: पिछले वर्षों में 286% की वृद्धि के साथ अब 97 करोड़ इंटरनेट उपभोक्ता हैं।
- डेटा दरों में गिरावट:
- मोबाइल डेटा दरों में 96.6% की गिरावट दर्ज की गई है।
- भारत आज दुनिया का सबसे सस्ता डेटा प्रदाता बन गया है।
- 5G नेटवर्क कवरेज:
- 99.6% जिलों में 5G नेटवर्क की पहुँच है।
- 4.74 लाख 5G टावरों के ज़रिए 30 करोड़ उपभोक्ता 5G सेवाओं का लाभ ले रहे हैं।
- BSNL की प्रगति:
- 83,000+ 4G नेटवर्क साइट्स की स्थापना कर BSNL ने मजबूत वापसी की है।
स्टारलिंक के बारे में:
- स्टारलिंक स्पेसएक्स (SpaceX) की एक उपग्रह इंटरनेट सेवा है जिसका लक्ष्य दुनिया के उन हिस्सों में उच्च गति, कम-विलंबता वाला ब्रॉडबैंड इंटरनेट प्रदान करना है जहाँ पारंपरिक इंटरनेट सेवाएँ अविश्वसनीय, महंगी या बिल्कुल अनुपलब्ध हैं।
- यह पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) में हजारों छोटे उपग्रहों के एक बड़े समूह का उपयोग करती है। ये उपग्रह पृथ्वी की सतह के बहुत करीब होते हैं, जिससे पारंपरिक जियोसिंक्रोनस उपग्रहों की तुलना में विलंबता (latency) काफी कम हो जाती है।
- स्टारलिंक का मुख्य लाभ इसकी उच्च इंटरनेट गति और कम विलंबता है। यह ऑनलाइन गेमिंग, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अन्य बैंडविड्थ-गहन गतिविधियों के लिए इसे उपयुक्त बनाता है।
- दूरदराज के क्षेत्रों में व्यक्तियों और व्यवसायों के लिए इंटरनेट पहुँच प्रदान करने के अलावा, स्टारलिंक का उपयोग आपदा राहत और सरकारी अनुप्रयोगों के लिए भी किया जा रहा है।
- स्टारलिंक अपने उपग्रहों की संख्या और कवरेज क्षेत्र का लगातार विस्तार कर रहा है।
प्रश्न. हाल ही में किस कंपनी को भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा प्रदान करने का लाइसेंस मिला है ?
(a) अमेज़न कुइपर
(b) वनवेब
(c) स्टारलिंक (SpaceX)
(d) गूगल फाइबर
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