चर्चा में क्यों ?
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले ने 75 ग्राम पंचायतों को “बाल विवाह मुक्त” घोषित किया है, जो बाल विवाह के खिलाफ लड़ाई में एक प्रमुख मील का पत्थर है।

बाल विवाह उन्मूलन के लिए आदर्श सूरजपुर के बारे में :
- यह एक जिला स्तरीय सामाजिक सुधार पहल है जिसका उद्देश्य जागरूकता, सामुदायिक भागीदारी और सख्त निगरानी के माध्यम से बाल विवाह को समाप्त करना है ।
- बाल विवाह उन्मूलन के लिए प्रयासरत अन्य जिलों और राज्यों के लिए एक आदर्श के रूप में मान्यता प्राप्त ।
उद्देश्य
- शिक्षा, जागरूकता और कानूनी प्रावधानों के प्रवर्तन के माध्यम से बाल विवाह को समाप्त करें।
- प्रारंभिक गर्भधारण में देरी करके मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य परिणामों में सुधार करना ।
प्रमुख विशेषताऐं:
- सामुदायिक भागीदारी: पंचायतों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, गैर सरकारी संगठनों और अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी।
- जागरूकता अभियान: बाल अधिकार, शिक्षा का महत्व, कम उम्र में विवाह के स्वास्थ्य जोखिम पर संवाद।
- स्वास्थ्य एवं पोषण लिंक : बाल विवाह उन्मूलन को राष्ट्रीय पोषण माह और मातृ-शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों के साथ एकीकृत करता है ।
- प्रतिकृति मॉडल: अन्य जिलों में भी प्रक्रिया शुरू; छत्तीसगढ़ को “बाल विवाह मुक्त राज्य” बनाने का लक्ष्य।
प्रश्न. हाल ही में छत्तीसगढ़ के किस जिले ने 75 ग्राम पंचायतों को “बाल विवाह मुक्त” घोषित किया है ?
(a) बिलासपुर
(b) सूरजपुर
(c) सरगुजा
(d) बस्तर
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