शेख मुहम्मद गौस (1500-1565) के बारे में
- परिचय : यह एक प्रमुख सूफी संत, विद्वान एवं शत्तारी संप्रदाय के प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु थे, जिनका जीवन एवं शिक्षाएँ 16वीं सदी के भारत में सूफी परंपरा व सांस्कृतिक इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं।
- संबंधित सूफी संप्रदाय : वे शत्तारी सूफी संप्रदाय से संबंधित थे, जो भारत में सूफीवाद की एक महत्वपूर्ण शाखा थी। यह संप्रदाय मुख्यत: मध्य भारत में प्रभावशाली रहा। इस संप्रदाय की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
- हिंदू एवं इस्लामी दर्शन का समन्वय
- योग, ध्यान एवं आध्यात्मिक प्रक्रियाओं पर जोर
- संगीत व कला के माध्यम से आध्यात्मिकता की अभिव्यक्ति
तानसेन के बारे में (लगभग 1500-1586)
- परिचय : तानसेन भारतीय शास्त्रीय संगीत के इतिहास में एक महान संगीतकार और सम्राट अकबर के नवरत्नों में से एक थे।
- मूलनाम : उनका मूल नाम रामतनु पांडे था।
- अकबर के नवरत्न : तानसेन को सम्राट अकबर ने अपने दरबार में शामिल किया और ‘मियाँ’ की उपाधि प्रदान की। उनकी प्रतिभा के कारण अकबर ने उन्हें दरबार का प्रमुख संगीतकार नियुक्त किया।
- ग्वालियर घराना : तानसेन की परंपरा ने संगीत परंपरा के ग्वालियर घराने की नींव रखी, जो हिंदुस्तानी संगीत की एक प्रमुख शैली है।
- किवदंती : ऐसा माना जाता था तानसेन के राग दीपक के गायन से दीपक जल उठते थे और राग मेघ मल्हार से वर्षा वर्षा होने लगती थी।
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