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अल्ट्रा-थिन सोलर पैनल: सौर ऊर्जा क्षेत्र में एक नई क्रांति

(मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र-3 प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन)

चर्चा में क्यों 

हाल ही में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी(MIT) के शोधकर्ताओं ने जापान के साथ मिलकर अल्ट्रा-थिन सोलर पैनल (Ultrathin solar panels) विकसित किए हैजो सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है। 

क्या होते हैं अल्ट्राथिन सोलर पैनल

  • अल्ट्राथिन सोलर पैनल पारंपरिक सोलर पैनल्स के मुकाबले बेहद पतले, हल्के और लचीले होते हैं। इनका वजन कागज से भी कम होता है, और इन्हें बिना किसी कठोर संरचना के विभिन्न सतहों पर आसानी से लगाया जा सकता है। 
  • इन पैनल्स को विशेष तकनीकों द्वारा विकसित किया गया है, जो इन्हें अधिक पोर्टेबल, सुलभ और उपयोग में आसान बनाती हैं।

अल्ट्राथिन सोलर पैनल की विशेषताएँ

  • हल्के और लचीले : इन पैनल्स का वजन बहुत हल्का होता है, और इन्हें किसी भी सतह पर आसानी से समायोजित किया जा सकता है। ये पारंपरिक सोलर पैनल्स की तुलना में अधिक लचीले होते हैं, जिससे इन्हें तंबू, नाव, ड्रोन या किसी भी अन्य असमान सतह पर फिट किया जा सकता है।
  • कम वज़न और बिना संरचना के इस्तेमाल : पारंपरिक सोलर पैनल्स भारी होते हैं और इनकी स्थापना के लिए स्थिर संरचना की आवश्यकता होती है, लेकिन अल्ट्राथिन सोलर पैनल्स को किसी कठोर ढाँचे की आवश्यकता नहीं होती और ये आसानी से रोल किए जा सकते हैं, जिससे इनकी पोर्टेबिलिटी बढ़ जाती है।
  • उच्च ऊर्जा उत्पादन क्षमता : इन पैनल्स का डिजाइन और निर्माण तकनीक ऐसी है कि ये अधिक ऊर्जा उत्पादन करते हैं, जबकि उनकी लागत पारंपरिक पैनल्स से कम होती है।
  • टिकाऊपन : इन पैनल्स को 500 बार से अधिक रोल और अनरोल करने के बावजूद 90% से अधिक ऊर्जा उत्पादन क्षमता बनी रहती है। यह इन्हें पुन: उपयोग योग्य बनाता है।

निर्माण प्रक्रिया

अल्ट्राथिन सोलर पैनल्स का निर्माण एक विशेष प्रक्रिया से किया जाता है, जिसमें निम्नलिखित चरण शामिल होते हैं :

  1. इलेक्ट्रोड प्रिंटिंग: पहले एक फ्लैट प्लास्टिक शीट पर इलेक्ट्रोड प्रिंट किए जाते हैं, जो सोलर पैनल का मुख्य घटक होते हैं।
  2. लैमिनेटिंग:सके बाद, इस इलेक्ट्रोड-प्रिंटेड प्लास्टिक शीट को Dyneema नामक एक मजबूत फैब्रिक पर चिपका दिया जाता है, जो इसे लचीलापन प्रदान करता है। यह सामग्री पानी और मौसम की स्थितियों के प्रति अत्यधिक रोधक होती है।
  3. स्क्रीन प्रिंटिंग: फिर, स्क्रीन प्रिंटिंग तकनीक का उपयोग करके इलेक्ट्रोड को उस संरचना पर डिपॉजिट किया जाता है, जिससे पैनल की कार्यक्षमता और ऊर्जा उत्पादन क्षमता सुनिश्चित की जाती है।
  4. फैब्रिक को हटाना: अंत में, फैब्रिक को हटाकर एक स्वच्छ और लचीला सोलर पैनल तैयार किया जाता है। यह पैनल हल्का और मजबूत होता है और इसे विभिन्न सतहों पर आसानी से फिट किया जा सकता है।

उपयोग के क्षेत्र

  • आपदा राहत अभियानों में उपयोग : इन पैनल्स का एक प्रमुख उपयोग आपदा राहत कार्यों में हो सकता है। जब प्राकृतिक आपदाओं के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित हो जाती है, तो इन पैनल्स को तंबू, अस्थायी शरण स्थल या आपातकालीन राहत केंद्रों पर आसानी से स्थापित किया जा सकता है जिससे बिजली की त्वरित आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकती है।
  • पोर्टेबल ऊर्जा समाधान: इन पैनल्स का हल्का वजन और लचीलापन इन्हें पोर्टेबल ऊर्जा स्रोत के रूप में उपयोगी बनाता है। इन्हें ड्रोन, छोटे उपकरणों, या अन्य पोर्टेबल वाहनों में इस्तेमाल किया जा सकता है। 
  • ड्रोन: इन पैनल्स को ड्रोन में लगाया जा सकता है, जिससे ड्रोन की उड़ान अवधि बढ़ सकती है।
  • स्मार्ट गैजेट्स: छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, जैसे कि मोबाइल फोन, लैपटॉप, या पावर बैंक के लिए ऊर्जा प्रदान करने के लिए इन पैनल्स का उपयोग किया जा सकता है।
  • नौका और जल परिवहन में उपयोग : इन पैनल्स के उपयोग से नावों को सौर ऊर्जा से संचालित किया जा सकता है, जिससे ईंधन की खपत कम होने के साथ ही पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यह सोलर ऊर्जा का एक स्थिर स्रोत प्रदान करता है, जिससे जल परिवहन अधिक पर्यावरणीय अनुकूल बन सकता है।
  • दूरदराज के क्षेत्रों में ऊर्जा आपूर्ति: इनका उपयोग दूरदराज और इलेक्ट्रिक ग्रिड से दूर स्थित ऐसे क्षेत्रों में किया जा सकता है जहाँ बिजली की आपूर्ति कठिन होती है। इन पैनल्स के जरिए उन स्थानों पर स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा का उत्पादन किया जा सकता है। 
  • स्मार्ट कार और इलेक्ट्रिक वाहनों में उपयोग : इनका का उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों और स्मार्ट कार  के लिए एक वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत के रूप में किया जा सकता है। इन पैनल्स को कार की छत या बॉडी पर लगाया जा सकता है, जिससे वाहन को अतिरिक्त ऊर्जा मिल सकती है और बैटरी का जीवनकाल बढ़ सकता है। 
  • ग्रीनहाउस और कृषि में उपयोग: इन पैनल्स को ग्रीनहाउसों की छतों पर भी लगाया जा सकता है। इससे ग्रीनहाउस में मौजूद पौधों को सूरज की रोशनी मिलती रहती है, जबकि पैनल्स द्वारा उत्पन्न सौर ऊर्जा का उपयोग ग्रीनहाउस के लिए बिजली आपूर्ति के रूप में किया जा सकता है। इसके अलावा, कृषि क्षेत्रों में भी इनका उपयोग किया जा सकता है। 

निष्कर्ष 

अल्ट्राथिन सोलर पैनल्स सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण नवाचार हैं। ये हल्के, लचीले और पोर्टेबल होते हैं, और इनका उपयोग विभिन्न परिस्थितियों में किया जा सकता है, जिससे सौर ऊर्जा के उत्पादन को अधिक सुलभ और टिकाऊ बनाया जा सकता है। यह तकनीक सौर ऊर्जा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है और भविष्य में अधिक सस्ते और प्रभावी ऊर्जा समाधान प्रदान कर सकती है।

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