विश्व मानवतावादी दिवस हर वर्ष 19 अगस्त को मनाया जाता है।
विश्व मानवतावादी दिवस 2025 की थीम है "वैश्विक एकजुटता को मजबूत करना और स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाना"
प्रमुख बिन्दु:
यह दिवस उन सभी कार्यकर्ताओं को सम्मानित करता है, जो जीवन की परवाह किए बिना संकटग्रस्त लोगों की सहायता करते हैं।
यह विश्व समुदाय को संकट प्रबंधन और आपदा राहत के महत्व के प्रति संवेदनशील बनाता है।
यह लोगों को प्रेरित करता है कि वे संकट में फंसे व्यक्तियों की सहायता करें।
यह युद्ध और आपदा प्रभावित क्षेत्रों में मानवाधिकारों की सुरक्षा और शांति स्थापना के महत्व को उजागर करता है।
इतिहास और पृष्ठभूमि
संयुक्त राष्ट्र ने यह दिवस 2008 में आधिकारिक रूप से स्थापित किया।
इसका विशेष कारण 19 अगस्त 2003 को इराक के बगदाद में संयुक्त राष्ट्र के कन्वॉय पर हुए हमले की याद है, जिसमें 22 लोग शहीद हुए। इनमें 17 मानवतावादी कार्यकर्ता शामिल थे।
कैसे मनाया जाता है
सम्मान समारोह:संकट क्षेत्रों में कार्यरत मानवतावादी कर्मियों को सम्मानित किया जाता है।
सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम:विद्यालय, महाविद्यालय और संस्थान सेमिनार, कार्यशालाओं और पोस्टर प्रतियोगिताओं के माध्यम से जागरूकता बढ़ाते हैं।
मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म:डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट वीडियो और रिपोर्ट्स के जरिए विश्वभर में मानवतावादी प्रयासों की कहानियाँ साझा की जाती हैं।
भारत में प्रासंगिकता
भारत प्राकृतिक आपदाओं (बाढ़, भूकंप, चक्रवात) और सामाजिक संकट (शरणार्थी, विस्थापित समुदाय) के समय सक्रिय राहत कार्य करता है।
सरकारी एवं गैर-सरकारी संगठन (NGOs) मानवतावादी कार्य में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
इस दिवस पर भारत में प्रशिक्षण कार्यक्रम, जागरूकता अभियान और सम्मान समारोह आयोजित किए जाते हैं।
प्रश्न. विश्व मानवतावादी दिवस किस तिथि को मनाया जाता है ?