(प्रारंभिक परीक्षा : राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 3: बुनियादी ढाँचाः ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमानपत्तन, रेलवे आदि) |
संदर्भ
- डाक विभाग ने ध्रुव (Digital Hub for Reference and Unique Virtual Address: DHRUVA) नामक एक नीति दस्तावेज जारी किया है जो देश में राष्ट्रीय डिजिटल एड्रेस डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (Digital Address Digital Public Infrastructure) को विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
- यह पहल न केवल प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है बल्कि भौगोलिक पहचान आधारित शासन, आपातकालीन सेवाओं, ई-कॉमर्स एवं वित्तीय समावेशन को भी नया आधार प्रदान करेगी।
ध्रुव के बारे में
- क्या है : यह एक मानकीकृत, जियो-कोडेड और डिजिटल एड्रेस अवसंरचना बनाने के लिए एक राष्ट्रीय नीति ढांचा है, जो सुरक्षित, कुशल डेटा साझाकरण के लिए एड्रेस-एज-ए-सर्विस (AaaS) के रूप में कार्य करता है।
- आधार : यह DIGIPIN (Digital Postal Index Number) पर आधारित है, जिसे पहले लॉन्च किया गया था।
- DIGIPIN भारत का भौगोलिक रूप से कोडित राष्ट्रीय पता ग्रिड (India’s Geo-coded National Addressing Grid) है जो देश भर में भौतिक स्थानों की तार्किक और दिशात्मक पहचान को सक्षम बनाता है।
- यह प्रणाली भू-स्थानिक शासन एवं कुशल सेवा वितरण को समर्थन प्रदान करती है।
- विशेषता : यह एक सुरक्षित व उपयोगकर्ता की सहमति पर आधारित प्रणाली है जो पता (एड्रेस) डाटा को प्रबंधित करने, साझा करने और सरकारी एवं निजी मंचों में एकीकृत करने की सुविधा प्रदान करती है।
- नोडल मंत्रालय : संचार मंत्रालय
प्रमुख उद्देश्य
ध्रुव (DHRUVA) नीति का लक्ष्य एक मानकीकृत, अंतरसंचालनीय एवं सहमति-आधारित डिजिटल पता प्रणाली विकसित करना है। इसके प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- नागरिक सशक्तिकरण : नागरिकों को उनके पता डाटा पर स्वामित्व एवं नियंत्रण प्रदान करना
- सेवाओं का एकीकरण : विभिन्न क्षेत्रों में स्थान-आधारित सेवाओं का निर्बाध एकीकरण सुनिश्चित करना
- अंतरसंचालनीयता एवं नवाचार : पता-आधारित सेवा वितरण में नवाचार एवं सहयोग को बढ़ावा देना
- दक्षता में वृद्धि : लॉजिस्टिक्स, आपातकालीन प्रतिक्रिया एवं सार्वजनिक उपयोगिताओं में दक्षता को बढ़ाना
- सहयोगी पारिस्थितिकी तंत्र : सार्वजनिक एवं निजी हितधारकों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना
नीति की विशेषताएँ
- Address-as-a-Service (AaaS): यह प्रणाली उपयोगकर्ता की सहमति पर आधारित है जो डाटा गोपनीयता एवं सुरक्षा को प्राथमिकता देती है।
- मानकीकरण : सभी क्षेत्रों एवं मंचों के लिए एक समान डिजिटल पता प्रारूप।
- अंतरसंचालनीयता : विभिन्न सरकारी एवं निजी प्रणालियों के बीच डाटा साझाकरण की सुविधा।
- नवाचार को प्रोत्साहन : डेवलपर्स एवं स्टार्टअप्स के लिए नए समाधानों के विकास की संभावना।
ध्रुव (DHRUVA) का महत्व
ध्रुव (DHRUVA) नीति भारत को प्रत्येक पते के लिए एक व्यापक डिजिटल पहचान स्थापित करने की दिशा में ले जाती है। यह नीति निम्नलिखित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है:
- शासन : स्थान-आधारित डाटा के उपयोग से नीति निर्माण एवं कार्यान्वयन में सुधार
- आपातकालीन सेवाएँ : सटीक स्थान की जानकारी के साथ त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना
- ई-कॉमर्स एवं लॉजिस्टिक्स : डिलीवरी प्रक्रियाओं को तेज एवं सटीक बनाना
- वित्तीय समावेशन : ग्रामीण एवं दूरदराज के क्षेत्रों में बैंकिंग व अन्य वित्तीय सेवाओं की पहुँच बढ़ाना
- स्मार्ट सिटी एवं शहरी नियोजन : स्थान-आधारित डाटा के उपयोग से बुनियादी ढांचे का बेहतर प्रबंधन
चुनौतियाँ एवं समाधान
- डाटा गोपनीयता : उपयोगकर्ता डाटा की सुरक्षा सुनिश्चित करना
- डिजिटल साक्षरता : ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों को डिजिटल प्रणाली के उपयोग के लिए प्रशिक्षित करना
- अवसंरचना : पूरे देश में एक समान डिजिटल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना
इन चुनौतियों से निपटने के लिए, नीति में मजबूत डाटा सुरक्षा उपाय, जागरूकता अभियान एवं तकनीकी अवसंरचना के विकास पर जोर दिया गया है।