| (प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिक घटनाक्रम) |
चर्चा में क्यों
केंद्र सरकार ने अक्टूबर 2025 तक इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निधि (EDF) के तहत 257.77 करोड़ रुपये के निवेश के साथ देश भर में 128 स्टार्ट-अप का समर्थन किया है।
EDF के बारे में
- 15 फरवरी 2016 को भारत सरकार ने डिज़ाइन, मैन्युफैक्चरिंग और तकनीकी नवाचार-आधारित विकास को मजबूत करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट फंड (EDF) की स्थापना की थी।
- यह संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है।
- यह एक फंड ऑफ़ फंड्स (Fund of Funds) मॉडल पर आधारित है, अर्थात यह खुद सीधे स्टार्टअप में निवेश नहीं करता, बल्कि प्रोफेशनली मैनेज्ड 'डॉटर फंड्स (Daughter Funds)' (जैसे एंजेल वेंचर फंड, शुरुआती चरण के निवेश फंड) में पूंजी लगाता है।
- ये डॉटर फंड आगे स्टार्टअप और तकनीकी कंपनियों में निवेश करते हैं।
- इस तरह EDF भारत में एक आत्मनिर्भर और नवाचार-उन्मुख इलेक्ट्रॉनिक्स इकोसिस्टम तैयार करने में मदद करता है।
प्रमुख लक्ष्य
- नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा
- डॉटर फंड्स का समर्थन
- नए उत्पाद और तकनीक का विकास
- घरेलू डिज़ाइन क्षमता को मजबूत करना
- राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा (IP) पूल तैयार करना
- रणनीतिक तकनीकी अधिग्रहण
फंड की संचालन प्रणाली
EDF का संचालन एक पारदर्शी, लचीली और पेशेवर संरचना के माध्यम से किया जाता है।

मुख्य विशेषताएँ
- EDF का निवेश गैर-विशिष्ट (non-exclusive) आधार पर होता है, जिससे अधिक सहयोग की गुंजाइश रहती है।
- EDF का हिस्सा प्रत्येक डॉटर फंड में बाजार आवश्यकताओं और फंड मैनेजर की क्षमता के अनुसार तय होता है।
- EDF सामान्यतः अल्पांश हिस्सेदारी रखता है ताकि निजी निवेशकों की अधिक भागीदारी सुनिश्चित हो।
- फंड मैनेजर को फंड जुटाने, निवेश करने और स्टार्टअप की प्रगति की निगरानी में पर्याप्त स्वायत्तता दी जाती है।
- सभी डॉटर फंड को SEBI AIF Regulations 2012 (Category I या II) के तहत भारत में पंजीकृत होना अनिवार्य है।
- निवेश का दायरा इलेक्ट्रॉनिक्स, IT, रोबोटिक्स, AI, साइबर सुरक्षा और संबंधित क्षेत्रों की पूरी वैल्यू चेन को कवर करता है।
उपलब्धियाँ और प्रभाव (30 सितंबर 2025 तक)
- EDF द्वारा ₹257.77 करोड़ का निवेश 8 डॉटर फंड में किया गया।
- इन डॉटर फंड्स ने आगे ₹1,335.77 करोड़ का निवेश 128 स्टार्टअप्स में किया।
- समर्थित स्टार्टअप्स में IoT, रोबोटिक्स, ड्रोन, हेल्थटेक, साइबर सिक्योरिटी, AI/ML जैसे उभरते क्षेत्रों की कंपनियाँ शामिल।
- अब तक 23,600 से अधिक उच्च-तकनीकी नौकरियाँ सृजित।
- कुल 368 बौद्धिक संपदाएँ (IP) बनाई या अधिग्रहित की गईं।
- 128 स्टार्टअप में से 37 निवेशों से सफल निकास।
- EDF को निकास और आंशिक निकास से ₹173.88 करोड़ की वापसी प्राप्त।
निष्कर्ष
इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निधि ने भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी क्षेत्रों में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जोखिम पूंजी तक पहुँच को सक्षम बनाकर, इसने उन्नत तकनीकों पर काम कर रहे स्टार्टअप्स को समर्थन दिया है और घरेलू डिज़ाइन और बौद्धिक संपदा निर्माण के विस्तार में योगदान दिया है।