जून 2025 में वर्ष 2026-2027 की अवधि के लिये संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के पाँच नए अस्थाई सदस्यों की घोषणा की गई है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के नए सदस्यों के बारे में
- पांच नए अस्थायी सदस्य निम्नलिखित हैं-
- बहरीन
- कोलंबिया
- कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC)
- लातविया
- लाइबेरिया
- कार्यकाल : जनवरी 2026 से दिसंबर 2027 तक
- ये आगामी सदस्य अल्जीरिया, गुयाना, कोरिया गणराज्य, सिएरा लियोन एवं स्लोवेनिया का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल दिसंबर 2025 में समाप्त हो रहा है।
- लातविया अपने इतिहास में पहली बार सुरक्षा परिषद में स्थान प्राप्त करेगा।
- लातविया को छोड़कर सभी निर्वाचित देश पहले भी इसके सदस्य रह चुके हैं: कोलंबिया सात बार, डी.आर.सी. दो बार तथा बहरीन एवं लाइबेरिया एक-एक बार।
- सुरक्षा परिषद में कुल 15 सदस्य हैं :
- पांच स्थायी सदस्य : चीन, फ्रांस, रूस, यूनाइटेड किंगडम एवं अमेरिका के पास वीटो शक्ति है।
- दस अस्थायी सदस्य हैं (महासभा द्वारा दो-वर्षीय कार्यकाल के लिए चुनाव)
- वर्तमान अस्थायी सदस्य : अल्जीरिया, डेनमार्क, ग्रीस, गुयाना, पाकिस्तान, पनामा, दक्षिण कोरिया, सिएरा लियोन, स्लोवेनिया एवं सोमालिया
चुनाव प्रक्रिया
- सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्यों की चुनाव प्रक्रिया संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की जाती है।
- इस सभा में संयुक्त राष्ट्र के सभी 193 सदस्य देश शामिल होते हैं जो दो वर्ष के कार्यकाल के लिये 10 अस्थायी सदस्यों का चुनाव करते हैं।
- परिषद् में सदस्यता प्राप्त करने के लिये देशों को दो-तिहाई बहुमत या 128 वोट प्राप्त करना आवश्यक होता है, भले ही वे निर्विरोध ही क्यों न हो।
- चुनाव प्रतिवर्ष गुप्त मतदान द्वारा होते हैं जिसमें क्षेत्रीय समूह द्वारा सीटें आवंटित की जाती हैं।
क्षेत्रीय समूह
- सुरक्षा परिषद की अस्थायी सीटों का वितरण चार क्षेत्रीय समूहों में होता है: अफ्रीका एवं एशिया; पूर्वी यूरोप; लैटिन अमेरिका व कैरिबियाई तथा पश्चिमी यूरोपीय व अन्य राज्य समूह।
- इस वर्ष के चुनाव में पांच सीटें भरी गईं: दो अफ्रीका के लिए, एक एशिया-प्रशांत के लिए, एक पूर्वी यूरोप के लिए तथा एक लैटिन अमेरिका एवं कैरिबिया के लिए।
भारत एवं UNSC
- भारत यू.एन.एस.सी. का स्थायी सदस्य नहीं है।
- भारत को अभी तक कुल आठ बार यू.एन.एस.सी. का अस्थायी सदस्य चुना गया है।
- इनमें 1950-1951, 1967-1968, 1972-1973, 1977-1978, 1984-1985, 1991-1992, 2011-2012 और 2021-2022 शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के बारे में
- गठन : यह संयुक्त राष्ट्र के छह प्रमुख अंगों में से एक है।, जिसका गठन दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान वर्ष 1945 में किया गया था।
- मुख्यालय : न्यूयॉर्क
- उद्देश्य : अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना
- सदस्य :
- इसके पाँच स्थायी सदस्य (अमेरिका , ब्रिटेन, फ्राँस, रूस और चीन) हैं, जिनके पास वीटो का अधिकार है।
- सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य देशों के अतिरिक्त 10 अस्थायी सदस्य भी होते है जो क्षेत्रीय आधार के अनुसार दो साल की अवधि के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा चुने जाते हैं, इन्हें वीटो का अधिकार प्राप्त नहीं होता है।
- अध्यक्षता : इसके स्थायी और अस्थायी सदस्य बारी-बारी से एक-एक महीने के लिये परिषद के अध्यक्ष बनते है।
G-4 समूह के बारे में
- जापान, जर्मनी, ब्राजील एवं भारत इस समूह के सदस्य है।
- ये देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी व अस्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने की मांग करते हैं तथा स्थायी सदस्यता के लिये एक-दूसरे का समर्थन भी करते हैं।
कॉफ़ी क्लब के बारे में
- इसमें पाकिस्तान, दक्षिण कोरिया, मिस्र, स्पेन, अर्जेंटीना, मैक्सिको एवं इटली जैसे 13 देश शामिल हैं।
- यह देश सुरक्षा परिषद् की स्थायी सदस्यता के विस्तार का विरोध करते है तथा अस्थायी सदस्यता के विस्तार की मांग करते है।
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