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ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF) और भारत

GLOF क्या है ?

जब किसी ग्लेशियर से बनी झील (Glacial Lake) को रोककर रखने वाला प्राकृतिक अवरोध—

  • मोरैन (मलबे का बांध)
  • बर्फ़ का बांध
  • चट्टान / ग्लेशियल डैम

अचानक टूट जाए या उसके ऊपर से पानी बहकर उसे काट दे (overtopping), तो झील का पानी अत्यधिक वेग से नीचे की ओर बहता है। इसी विनाशकारी बाढ़ को GLOF – Glacial Lake Outburst Flood कहते हैं।

GLOF कैसे बनती है ? (Formation Mechanism)

  1. जलवायु गर्म होने पर ग्लेशियर पीछे हटते हैं → उनके अग्रभाग पर पानी जमा होकर ग्लेशियल झील बनती है।
  2. ये झीलें अक्सर कमजोर मोरैन-डैम के पीछे बनती हैं।
  3. निम्न कारणों से यह डैम टूट जाता है—
    • अचानक भूस्खलन / हिमस्खलन / rockfall झील में गिरना
    • भारी वर्षा / Cloudburst
    • भूकंप
    • ग्लेशियर का टूटना (Ice avalanche)
    • तापमान बढ़ने से बर्फ-डैम का पिघलना

GLOF की मुख्य विशेषताएँ

  • बहुत तेज़ वेग वाली बाढ़
  • बहुत कम चेतावनी समय
  • पानी + चट्टान + मलवा साथ लेकर आती है
  • गहरी घाटियों में अत्यधिक नुकसान
  • पुल, सड़कें, हाइड्रो-पावर प्रोजेक्ट पर भारी प्रभाव

GLOF क्यों बढ़ रहे हैं ? (Global Drivers)

  • बढ़ता ग्लेशियल पिघलाव
  • ग्लेशियरों के पीछे हटने से झीलों का आकार बहुत बड़ा हो रहा है
  • ऊँचे पर्वतीय क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा की घटनाएँ बढ़ रही हैं
  • पर्वतीय ढालों की अस्थिरता → ज्यादा भूस्खलन

भारत में ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF)

 

भारत के हिमालयी क्षेत्र (IHR) में GLOF तेजी से उभरता हुआ खतरा है।

भारत में GLOF कहाँ-कहाँ ?

भारत के जिन क्षेत्रों में ग्लेशियल झीलें अधिक एवं जोखिम उच्च है:

  • लद्दाख
  • हिमाचल प्रदेश
  • उत्तराखंड
  • सिक्किम
  • अरुणाचल प्रदेश

ISRO के अनुसार भारत में 2400+ ग्लेशियल झीलें हैं, जिनमें से कई को High-Risk श्रेणी में रखा गया है।

2. भारत में प्रमुख GLOF घटनाएँ (Important Events)

(1) 1926 – उत्तराखंड (Shyok / Shakti क्षेत्र): पहली दर्ज GLOF-प्रकार घटना।

(2) 1981 – चोराबाड़ी झील (केदारनाथ): अचानक बहाव; बाद में 2013 आपदा में भी इस क्षेत्र की संवेदनशीलता दिखी।

(3) 2013 – केदारनाथ बाढ़: अनेक वैज्ञानिक अध्ययन इसे cloudburst + glacial-lake failure का संयुक्त प्रभाव मानते हैं।

(4) 2023 – सिक्किम GLOF (South Lhonak Lake)

  • झील का मोरैन-डैम टूटा
  • तीस्ता नदी में विनाशकारी बाढ़
  • हाइड्रो-प्रोजेक्ट बर्बाद
  • 80+ मौतें, हजारों प्रभावित
  • यह भारत की सबसे हालिया और गंभीर GLOF घटनाओं में से एक है।

3. भारत में GLOF के कारण

  1. जलवायु परिवर्तन से ग्लेशियरों का तेजी से पिघलना
  2. ग्लेशियल झीलों का तेज़ विस्तार
  3. भूस्खलन, हिमस्खलन, भूकंप
  4. भारी वर्षा / cloudburst
  5. मानवगत दबाव — सड़कें, टनल, हाइड्रो-पावर निर्माण
  6. अस्थिर पर्वतीय भू-संरचना

4. भारत में GLOF के प्रभाव

  • हाइड्रो-पावर प्रोजेक्ट (विशेषकर नदी-घाटियों में) को भारी क्षति
  • पुल, सड़कें, संचार तंत्र बह जाता है
  • गाँव/कस्बे विस्थापित
  • कृषि भूमि नष्ट
  • नदी में तलछट बढ़ना → दीर्घकालिक नुकसान
  • पर्यटन और सैन्य अवसंरचना प्रभावित (लद्दाख/अरुणाचल)

GLOF विश्लेषण

1. जलवायु परिवर्तन और GLOF

  • हिमालय दुनिया के सबसे तेजी से पिघलते ग्लेशियर क्षेत्रों में है।
  • IPCC: 2100 तक हिमालय के ग्लेशियर 30–60% तक घट सकते हैं।
  • इससे glacial lakes बड़े होते जाएंगे → GLOF घटनाएँ और बढ़ेंगी।

2. भारत में नीति व संस्थागत प्रयास

(1) NDMA Guidelines on GLOF (2013)

  • High-risk झीलों की पहचान
  • Early Warning Systems
  • मॉनिटरिंग व GIS मैपिंग
  • इंजीनियरिंग उपाय – झील का पानी नियंत्रित तरीके से निकालना
  • समुदाय आधारित Disaster Management

(2) ISRO द्वारा मॉनिटरिंग

  • Satellite आधारित Glacial Lake Atlas
  • High-risk झीलों पर विशेष निगरानी
  • Multi-temporal imaging

(3) State Disaster Management Authorities (SDMA)

  • local-level mapping
  • sensitization एवं मॉक-ड्रिल

(4) अंतरराष्ट्रीय सहयोग

  • ICIMOD (Hindu Kush–Himalayan region)
  • UNEP
  • World Glacier Monitoring Service

GLOF प्रबंधन: समाधान व रणनीतियाँ

1. इंजीनियरिंग उपाय

  • झील का Controlled drainage (पानी नियंत्रित तरीके से निकालना)
  • मोरैन-डैम की मजबूती
  • डायवर्ज़न चैनल
  • Sub-surface drainage pipes
  • Retaining walls

2. तकनीकी उपाय

  • रियल टाइम Early Warning System
  • AI आधारित झील-विस्तार पूर्वानुमान
  • ड्रोन सर्वे
  • InSAR और LiDAR तकनीक

3. नीति व प्रशासनिक उपाय

  • संवेदनशील क्षेत्रों में अंधाधुंध निर्माण पर रोक
  • EIA को मजबूत बनाना
  • हाइड्रो-पावर प्रोजेक्ट्स का पुनर्मूल्यांकन
  • River-basin-level disaster planning

4. समुदाय स्तर उपाय

  • स्थानीय चेतावनी प्रणाली
  • Evacuation route चिन्हित करना
  • ग्राम स्तर पर आपदा-प्रबंधन प्रशिक्षण
  • स्कूल स्तर पर जागरूकता

UPSC Mains Question:  

प्रश्न: ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF) क्या हैं ? भारत में इनके बढ़ते जोखिम और प्रबंधन पर चर्चा कीजिए।

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