हेट स्पीच के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2025: 18 जून
चर्चा में क्यों?
हर साल 18 जून को घृणास्पद भाषण (Hate Speech) के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है।
घृणास्पद भाषण के हानिकारक प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इससे निपटने के लिए प्रभावी रणनीतियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है।
वर्ष 2025 का थीम: “बहु-हितधारक दृष्टिकोण के माध्यम से घृणा फैलाने वाले भाषण के खिलाफ कानूनी और गैर-कानूनी उपायों को बढ़ाना”
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने जुलाई 2021 में एक प्रस्ताव पारित कर 18 जून को इस विशेष दिवस के रूप में घोषित किया था।
यह निर्णय संयुक्त राष्ट्र की "हेट स्पीच पर रणनीति और कार्य योजना" पर आधारित है, जिसे 2019 में लॉन्च किया गया था।
इस दिवस का मुख्य लक्ष्य सरकारों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, नागरिक समाज समूहों और व्यक्तियों को घृणास्पद भाषण की पहचान करने, संबोधित करने और उसका मुकाबला करने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करना है।
घृणास्पद भाषण (Hate Speech) क्या है?
घृणास्पद भाषण वह संचार है जो किसी व्यक्ति या समूह को उनकी पहचान (जैसे धर्म, जाति, लिंग, राष्ट्रीयता आदि) के आधार पर अपमानित या कलंकित करता है।
यह हिंसा को भड़का सकता है, भेदभाव को बढ़ावा दे सकता है और सामाजिक सामंजस्य को कमजोर कर सकता है।
दिवस का महत्व:
यह घृणास्पद भाषण के बढ़ते खतरे पर वैश्विक ध्यान केंद्रित करता है।
यह सरकारों और संगठनों को घृणास्पद भाषण से निपटने के लिए प्रभावी नीतियां और कानून बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
यह व्यक्तियों को घृणास्पद भाषण की पहचान करने और उसके खिलाफ खड़े होने के लिए सशक्त बनाता है।
यह समावेशी और सहिष्णु समाजों के निर्माण की दिशा में एक कदम है।
प्रश्न. ‘हेट स्पीच के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ कब मनाया जाता है? (a) 10 दिसंबर (b) 18 जून (c) 21 मार्च (d) 16 नवंबर