(प्रारंभिक परीक्षा : पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी) (मुख्य परीक्षा, समान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 3: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन) |
संदर्भ
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय उद्यानों और संरक्षित क्षेत्रों के प्रबंधन प्रभावशीलता पर 2020-2025 के लिए आयोजित प्रबंधन प्रभावशीलता मूल्यांकन (MEE) में केरल ने शीर्ष स्थान हासिल किया है।
प्रबंधन प्रभावशीलता मूल्यांकन (MEE) के बारे में
- MEE स्कोर की गणना विभिन्न कारकों के व्यापक मूल्यांकन के आधार पर की जाती है जिसमें संरक्षित क्षेत्रों का प्रदर्शन और समय के साथ प्रबंधन शामिल है।
- वर्ष 2020-2025 चक्र के दौरान मंत्रालय ने 438 राष्ट्रीय उद्यानों एवं वन्यजीव अभयारण्यों का मूल्यांकन किया।
प्रमुख निष्कर्ष
- शीर्ष प्रदर्शनकर्ता राज्य : केरल ने अपनी प्रभावी प्रबंधन प्रथाओं के लिए प्रबंधन प्रभावशीलता मूल्यांकन (MEE) में शीर्ष स्थान हासिल किया है। केरल में कुल 21 संरक्षित क्षेत्र हैं।
- केरल एकमात्र राज्य है जिसे 76.22% अंकों के साथ ‘बहुत अच्छा’ रेटिंग प्राप्त हुई।
- इसके बाद कर्नाटक (74.24%), पंजाब (71.74%) और हिमाचल प्रदेश (71.36%) ने ‘अच्छा’ रेटिंग प्राप्त की।
- शीर्ष प्रदर्शनकर्ता केन्द्रशासित प्रदेश : चंडीगढ़ 85.16% स्कोर के साथ शीर्ष पर रहा, जबकि लद्दाख (34.9%) को ‘खराब’ श्रेणी में रखा गया है।
- शीर्ष प्रदर्शन करने वाले उद्यान : केरल का एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान (ENP) और जम्मू एवं कश्मीर का दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान 92.97% के MEE स्कोर के साथ संरक्षित क्षेत्रों (PA) में शीर्ष पर रहे।
- अन्य उद्यान : केरल का माथिक्केट्टन शोला राष्ट्रीय उद्यान 90.63% अंकों के साथ अन्य अच्छी तरह से प्रबंधित स्थलों (Well-managed Sites) में शामिल रहा।
संरक्षित क्षेत्रों के लिए सिफारिशें
रिपोर्ट में संरक्षित क्षेत्रों के लिए कई सिफारिशें दी गई हैं, जिनमें शामिल हैं:
- कोट्टायम डिवीजन के आसपास के क्षेत्रों को संरक्षित क्षेत्र में शामिल करना
- पर्यावरण-पर्यटन सुविधाओं में सुधार
- विदेशी एवं आक्रामक प्रजातियों को हटाना
- पारिस्थितिक निगरानी और जागरूकता बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक संस्थानों, गैर-सरकारी संगठनों व स्थानीय संरक्षणवादियों से समर्थन प्राप्त करना
एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान
- एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान (ENP) पश्चिमी घाट के उन 39 स्थलों में से एक है, जिसे यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति ने 2012 में इसके उत्कृष्ट सार्वभौमिक मूल्य के लिए विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।
- 97 वर्ग किमी. में फैला यह उद्यान दक्षिणी पश्चिमी घाट के उच्च क्षेत्रों में शोला-घासभूमि बायोम का एक बड़ा सतत हिस्सा है।
- यह नीलगिरी तहर की अंतिम शेष आबादी और नीलकुरिंजी (Strobilanthus kunthianus) सहित लगभग 20 प्रजातियों का निवास स्थान है। नीलकुरिंजी हर 12 साल में एक बार खिलता है।
माथिक्केट्टन शोला राष्ट्रीय उद्यान
- 12.82 वर्ग किमी में फैला माथिक्केट्टन शोला राष्ट्रीय उद्यान एक महत्वपूर्ण हाथी गलियारा है और अद्वितीय गैलेक्सी फ्रॉग का एकमात्र ज्ञात निवास स्थान है।
- मूल्यांकन रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि गैलेक्सी फ्रॉग के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है और वर्तमान में व्यवस्थित पारिस्थितिक निगरानी लागू नहीं है।
दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान
- यह श्रीनगर से 22 किमी. दूर स्थित है। वर्ष 1981 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया। इसका नाम ‘दस गांवों’ को स्थांतरित करने के आधार पर रखा गया है।
- यह उद्यान हंगुल (कश्मीरी हिरण) के लिए प्रसिद्ध है। अन्य जानवरों में तेंदुए, पाम सिवेट, सियार, रेड फॉक्स, कस्तूरी, ब्लैक बियर, ब्राउन बियर, मार्टन और हिमालयी नेवला पाए जाते हैं। पाई जाने वाली पक्षियों में मोनाल तीतर एवं ब्लू मैगपाई प्रसिद्ध हैं।
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