केंद्रीय ग्रामीण विकास तथा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने लैंगिक समानता व महिला सशक्तीकरण के लिए ‘नई चेतना 4.0’ नामक राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत की। यह अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं आर्थिक सशक्तीकरण को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
नई चेतना 4.0 के बारे में
- क्या है: ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित ‘दीनदयाल अंत्योदय योजना– राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन’ (DAY-NRLM) का एक महीने चलने वाला राष्ट्रीय अभियान
- उद्देश्य: महिलाओं के प्रति हिंसा रोकना, सामुदायिक जागरूकता बढ़ाना और ग्रामीण महिलाओं को सामाजिक व आर्थिक रूप से सशक्त बनाना
- इसमें स्वयं सहायता समूह (SHG) महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाती है।
- यह अभियान 11 मंत्रालयों के समन्वय से चलता है जिससे बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाया जा सके।
प्रमुख लक्ष्य
- लैंगिक हिंसा के विरुद्ध सामुदायिक कार्रवाई को मजबूत करना
- ग्रामीण महिलाओं की सुरक्षा, गरिमा एवं समानता की भावना को बढ़ाना
- महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता और निर्णय क्षमता को बढ़ावा देना
- नीति, समाज एवं परिवार तीनों स्तरों पर लैंगिक संवेदनशीलता को विकसित करना
प्रमुख क्षेत्र
- सुरक्षित परिवहन
- महिलाओं के लिए सुरक्षित और सुलभ परिवहन व्यवस्था को बढ़ावा
- परिवहन से जुड़ी स्थानीय व्यवस्थाओं में SHG की भागीदारी
- महिलाओं को मुख्य आर्थिक योगदानकर्ता मानना
- महिलाओं की भूमिका को ‘सहायक’ के रूप में नहीं, बल्कि मुख्य आर्थिक स्तंभ के रूप में स्थापित करना
- कार्यस्थल व घरेलू कार्यों में उनकी भूमिका का औपचारिक मूल्यांकन
- अवैतनिक देखभाल कार्यों के समाधान
- खाना बनाना, बच्चों की देखभाल, बुजुर्गों की सेवा आदि अवैतनिक कार्यों की सामुदायिक साझेदारी को बढ़ावा
- परिवार व समाज में संयुक्त जिम्मेदारी की अवधारणा को प्रोत्साहन
- उद्यमिता एवं आजीविका को बढ़ावा
- महिलाओं की पहुँच में वृद्धि:
- परिसंपत्तियाँ
- ऋण एवं वित्तीय सहायता
- कौशल प्रशिक्षण
- बाजार से जुड़ाव
- SHG आधारित लघु उद्यमों को अधिक समर्थन
महत्व
- यह अभियान ग्रामीण भारत में महिला-नेतृत्व वाले विकास मॉडल को मजबूत करता है।
- महिलाएँ न केवल आजीविका अर्जित करती हैं बल्कि गांवों में सामाजिक परिवर्तन की संचालक शक्ति बनती हैं।
- यह भारत के SDG-5 (लैंगिक समानता) और SDG-8 (सभ्य कार्य एवं आर्थिक विकास) लक्ष्यों में योगदान देता है।