चर्चा में क्यों
ओडिशा सरकार द्वारा 20 नवंबर को ओडिशा फार्मा समिट 2025 का आयोजन किया जाएगा।
ओडिशा फार्मा समिट 2025 के बारे में
- यह समिट फार्मा और मेडिकल डिवाइसेज़ निर्माण क्षेत्र में निवेश, नवाचार, और रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित की जाएगी।
- इसमें उद्योग विशेषज्ञों, निवेशकों, फार्मा संघों और स्किलिंग पार्टनर्स भाग लेंगे।
- ओडिशा सरकार ने फार्मा सेक्टर में ₹5,000 करोड़ निवेश लक्ष्य निर्धारित किया है।
उद्देश्य
- राज्य में फार्मा और मेडिकल डिवाइस इकोसिस्टम का निर्माण
- उद्योग के अनुरूप वर्कफोर्स स्किलिंग को बढ़ावा देना
- निवेश आकर्षित करने हेतु नीतिगत सुधार
- वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी विनिर्माण माहौल तैयार करना

भारतीय फार्मा उद्योग की स्थिति
- भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा फार्मा उत्पादक है (वॉल्यूम के आधार पर)।
- भारत की फार्मा इंडस्ट्री का मूल्य लगभग US$ 50 बिलियन है।
- देश की 70% दवा आपूर्ति घरेलू उपयोग और 30% निर्यात के लिए होती है।
- भारत विश्व का सबसे बड़ा जेनेरिक दवा निर्यातक है।
- भारत का फार्मा निर्यात FY2024 में लगभग US$ 25.4 बिलियन रहा।
- मेडिकल डिवाइसेज मार्केट 2025 तक US$ 50 बिलियन पहुँचने की संभावना है।
चुनौतियां
- अनुसंधान और नवाचार में निजी निवेश की कमी।
- कच्चे माल (APIs) के लिए चीन पर निर्भरता।
- स्किल गैप और प्रशिक्षित मानव संसाधन की कमी।
- रेगुलेटरी अनुमोदन प्रक्रियाओं में विलंब।
आगे की राह
- फार्मा पार्क्स और API हब्स के निर्माण पर ध्यान देना चाहिए।
- स्टार्टअप्स और इनोवेशन क्लस्टर्स को प्रोत्साहन देना आवश्यक।
- स्किल डेवलपमेंट और इंडस्ट्री-अकादमिक सहयोग को मजबूत किया जाए।
- ओडिशा को पूर्वी भारत में फार्मा हब के रूप में विकसित किया जा सकता है।