(प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिक घटनाक्रम) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 2: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार) |
संदर्भ
18 जून को प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा के अल्बर्टा के कनानास्किस में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से मुलाकात की।
पृष्ठभूमि
- कार्नी के पूर्ववर्ती जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर 2023 में आरोप लगाया था कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह ‘निज्जर’ की हत्या में भारत सरकार के एजेंट शामिल थे।
- इसके बाद रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने 14 अक्तूबर, 2024 को सार्वजनिक रूप से भारत सरकार के एजेंटों पर कनाडा में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप लगाया था।
- हालांकि, भारत ने सभी आरोपों का खंडन किया था, जिसके कारण पिछले कुछ सालों में भारत-कनाडा संबंध नए निम्न स्तर पर पहुंच गए।

वार्ता के प्रमुख बिंदु
- भारत एवं कनाडा ने एक-दूसरे की चिंताओं और संवेदनशीलताओं का सम्मान करने तथा द्विपक्षीय संबंधों को फिर से बेहतर बनाने की दिशा में पर सहमति व्यक्त की।
- संबंधों में स्थिरता बहाल करने के लिए संतुलित एवं रचनात्मक कदम उठाने पर सहमति जताई, जिसकी शुरुआत क्रमशः ओटावा व नई दिल्ली में भारतीय तथा कनाडाई उच्चायुक्तों की पुन: वापसी से होगी।
- व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते का मार्ग प्रशस्त करने के लिए व्यापार सौदे के लिए रुकी हुई बातचीत को फिर से शुरू करने पर भी सहमति जताई।
- स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल परिवर्तन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, एल.एन.जी., खाद्य सुरक्षा, महत्वपूर्ण खनिज, उच्च शिक्षा, गतिशीलता एवं आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन जैसे क्षेत्रों में भविष्य के सहयोग के अवसरों पर चर्चा की।
- एक स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत को बढ़ावा देने में साझा रुचि की पुष्टि की गई।
- समग्र आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) का मार्ग प्रशस्त करने के उद्देश्य से प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौते (EPTA) पर रुकी हुई वार्ता को पुनः आरंभ करने के महत्व पर भी चर्चा की।
- दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि जून 2023 में निज्जर की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार चार भारतीयों के खिलाफ कनाडा में मुकदमा जारी रहेगा किंतु कनाडा में दोनों पक्ष द्विपक्षीय संबंधों पर किसी भी प्रतिकूल प्रभाव से बचने का प्रयास करेंगे।