स्टील स्लैग क्या है?
- स्टील स्लैग एक ठोस अपशिष्ट उप-उत्पाद है, जो स्टील निर्माण प्रक्रिया (विशेष रूप से बेसिक ऑक्सीजन फर्नेस (BOF) और इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (EAF)) के दौरान उत्पन्न होता है।
- यह तब बनता है जब फ्लक्स जैसे कि चूना (CaO) को पिघले हुए स्टील से अशुद्धियों को हटाने के लिए मिलाया जाता है।

संघटन (Composition)
- स्टील स्लैग में मुख्य रूप से निम्नलिखित तत्व होते हैं:
- कैल्शियम ऑक्साइड (CaO)
- आयरन ऑक्साइड (Fe₂O₃)
- सिलिकॉन डाइऑक्साइड (SiO₂)
- मैग्नीशियम ऑक्साइड (MgO)
- एल्युमिना (Al₂O₃)
भारत में प्रति वर्ष लगभग 1.9 करोड़ टन स्टील स्लैग उत्पन्न होता है, जिसका अधिकांश हिस्सा अनुपयोगी पड़ा रहता है और भूमि व जल प्रदूषण का कारण बनता है।
CRRI दिशा-निर्देश
- पर्यावरणीय और सतत निर्माण को बढ़ावा देने के लिए, केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CRRI) ने स्टील स्लैग के सड़क निर्माण में उपयोग हेतु दिशानिर्देश जारी किए हैं।
- इनका उद्देश्य है:
- औद्योगिक कचरे के उपयोग को बढ़ावा देना
- प्रसंस्करण तकनीकों का मानकीकरण
- देशभर में Steel Slag Road Technology (SSRT) को अपनाना
स्टील स्लैग के प्रमुख उपयोग
- सड़क निर्माण (Steel Slag Road Technology – SSRT):स्टील स्लैग को प्रोसेस करके ऐसी सामग्री बनाई जाती है जो सड़क की बेस और सब-बेस परतों के लिए उपयुक्त होती है।
- उदाहरण: सूरत-हजीरा स्टील स्लैग रोड — यह पारंपरिक बिटुमिन सड़क की तुलना में अधिक टिकाऊ साबित हुई है।
- पोर्टलैंड सीमेंट में मिलाने वाली सामग्री के रूप में:स्टील स्लैग का उपयोग सीमेंट में क्लिंकर की जगह कर CO₂ उत्सर्जन और निर्माण लागत दोनों को कम किया जा सकता है।
- उर्वरक और मृदा सुधारक:इसमें मौजूद चूना और सूक्ष्म पोषक तत्व, विशेष रूप से पूर्वी भारत की अम्लीय मिट्टी को सुधारने में सहायक होते हैं।
स्टील स्लैग के उपयोग से लाभ
- तकनीकी लाभ:
- अधिक दाब-प्रतिरोधक क्षमता, जिससे सड़कें अधिक टिकाऊ बनती हैं
- बेहतर स्किड प्रतिरोध और सतह स्थिरता
- उच्च भार वहन क्षमता, भारी वाहनों और औद्योगिक क्षेत्रों के लिए उपयुक्त
- रखरखाव कम होने से लंबी अवधि में कम लागत
पर्यावरणीय लाभ:
- प्रति वर्ष 1.9 करोड़ टन औद्योगिक कचरे का उपयोग
- प्राकृतिक संसाधनों जैसे पत्थर और बजरी की आवश्यकता में कमी
- कचरे के भंडारण के लिए ज़मीन की ज़रूरत कम
- निम्न-कार्बन निर्माण को प्रोत्साहन, जिससे जलवायु लक्ष्यों को बल मिलता है
सतत विकास के लिए महत्व
- स्टील स्लैग का उपयोग इन संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) में योगदान करता है:
- SDG 9 – उद्योग, नवाचार और अवसंरचना
- SDG 12 – जिम्मेदार उपभोग और उत्पादन
- SDG 13 – जलवायु परिवर्तन से कार्रवाई
यह सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देता है:
- कचरे को संसाधन में बदलना
- निर्माण में कार्बन की तीव्रता को कम करना
- स्टील उत्पादन की पर्यावरणीय हानियों को कम करना
चुनौतियाँ
- ठेकेदारों में जागरूकता और तकनीकी ज्ञान की कमी
- नियामक मंज़ूरियाँ और मानक प्रक्रिया अभी पूरी तरह विकसित नहीं
- अलग-अलग स्टील संयंत्रों से प्राप्त स्लैग की गुणवत्ता में असंगति
भविष्य की राह :-
- पायलट प्रोजेक्ट्स और आर्थिक प्रोत्साहनों के माध्यम से अपनाने को बढ़ावा
- राष्ट्रीय सड़क निर्माण दिशा-निर्देश (जैसे IRC) में सम्मिलन
- इंजीनियरों के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम
- सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से प्रोसेसिंग और सप्लाई चेन विकसित करना