New
Holi Offer: Get 40-75% Discount on all Online/Live, Pendrive, Test Series & DLP Courses | Call: 9555124124

लॉकडाउन और शहरी ओज़ोन

(प्रारम्भिक परीक्षा: सामान्य ज्ञान)
(मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन, प्रश्नपत्र- 3: पर्यावरण प्रदूषण, क्षरण एवं पर्यावरण प्रभाव का आकलन)

पृष्ठभूमि

हाल ही में, मैनचेस्टर (ब्रिटेन) के एक शोध में पाया गया है कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की वजह से शहरी ओज़ोन (Urban ozone) की नई श्रेणी खतरनाक प्रदूषक साबित हो सकती है।

शहरी ओज़ोन (Urban Ozone)

  • गर्मी के मौसम में, शहरी क्षेत्रों के वातावरण में नाइट्रोजन के आक्साइडों की कमी की वजह से ओज़ोन का प्रकाश-रासायनिक उत्पादन (photochemical production) बढ़ सकता है।
  • जैसे-जैसे नाइट्रोजन के ऑक्साइड कम होते जाएंगे, प्रकाश-रासायनिक उत्पादन अधिक हो सकता है और इससे गर्मियों में ओज़ोन सांद्रता अधिक हो सकती है।
  • गर्मियों के उच्च तापमान की वजह से प्राकृतिक स्रोतों जैसे पेड़ों से जैव-रासायनिक हाइड्रोकार्बन का उत्सर्जन बढ़ जाता है। ये बायोजेनिक हाइड्रोकार्बन (biogenic hydrocarbons) शहरी ओज़ोन की मात्रा और सांद्रता को बहुत प्रभावित करते हैं।
  • यद्यपि जब ओज़ोन वायुमंडल में उच्च स्तर पर मौजूद होती है तो यह हानिकारक पराबैंगनी सौर विकिरण को पृथ्वी पर आने से रोकने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है, लेकिन जब यह पृथ्वी की सतह पर उपस्थित होती है तो एक खतरनाक प्रदूषक होती है।

ozone

ओज़ोन गैस

  • ओज़ोन ऑक्सीजन के तीन परमाणुओं से मिलकर बनने वाली गैस है। यह वायुमंडल में बहुत कम मात्रा (0.2%) में पाई जाती है।
  • समुद्र तल से 30-32 किमी की ऊँचाई पर इसकी सांद्रता अधिक होती है। यह तीखी गंध वाली अत्यंत विषैली गैस है।
  • भू-सतह के ऊपर अर्थात् निचले वायुमंडल में यह खतरनाक प्रदूषक होती है, जबकि वायुमंडल की ऊपरी परत (ओज़ोन परत) के रूप में यह सूर्य के पराबैंगनी विकिरण से पृथ्वी पर जीवन को बचाती है, जहाँ इसका निर्माण ऑक्सीजन पर पराबैंगनी किरणों के प्रभावस्वरूप होता है।
  • यह ऑक्सीजन का एक अपररूप है। यह समुद्री वायु में उपस्थित होती है।
  • यह शहरी स्मॉग का एक मुख्य घटक है। यह सामान्यतः मानव निर्मित होती है। संदूषक के रूप में यह मानव के फेफड़ों, तंतुओं और पेड़-पौधों को काफी नुकसान पहुँचा सकती है।

ओज़ोन का गठन

  • ओज़ोन स्वाभाविक रूप से समताप मंडल में उत्पन्न होती है, जब अत्यधिक ऊर्जा युक्त सौर विकिरण की ऑक्सीजन के अणुओं से अभिक्रिया होती है और फोटोलिसिस द्वारा यह ऑक्सीजन के अणुओं को दो मुक्त परमाणुओं में विभाजित कर देती है। यह मुक्त परमाणु जब दूसरे ऑक्सीजन अणु (O2) से टकराता है तो ओज़ोन का निर्माण होता है।
  • क्षोभमंडल में पाई जाने वाली अधिकांश ओज़ोन तब बनती है जब नाइट्रोजन ऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड और वाष्पशील कार्बनिक यौगिक (वी.ओ.सी.), सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में वातावरण में प्रतिक्रिया करते हैं।
  • वाहनों और फैक्ट्रियों से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड व कुछ अन्य गैसों की रासायनिक अभिक्रिया द्वारा भी प्रदूषक ओज़ोन गैस का निर्माण होता है।
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR