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अनुसूचित जनजाति सूची में संशोधन

चर्चा में क्यों

हाल ही में, केंद्र सरकार ने संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (तीसरा संशोधन) अधिनियम, 2022 के माध्यम से केंद्रीय अनुसूचित जनजाति सूची में कुछ संशोधनों को स्वीकृति प्रदान की है। 

प्रमुख बिंदु

  • केंद्र सरकार ने पांच जनजातियों को केंद्रीय अनुसूचित जनजाति सूची में शमिल किया है।

सूची में शामिल नई जनजातियाँ

 राज्य

 जनजाति

 हिमाचल प्रदेश

 हट्टी जनजाति

तमिलनाडु

 नारिकोरवन और कुरीविक्करन पहाड़ी जनजाति

छत्तीसगढ़

 बिंझिया जनजाति

  • उपर्युक्त चार के अतिरिक्त केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के गोंड समुदाय को अनुसूचित जाति सूची से अनुसूचित जनजाति सूची में स्थानांतरित कर दिया है। 
  • साथ ही, इसकी पांच समानार्थी उपजातियों- धूरिया, नायक, ओझा, पठारी और राजगोंड को भी इस सूची में शामिल किया गया है।

उपजातियों का समावेश 

  • इसके अतिरिक्त पूर्व में सम्मिलित कुछ जनजातियों की समानार्थी उपजातियों को भी अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल किया गया है। इसमें कर्नाटक तथा छतीसगढ़ की कुछ जनजातियाँ शामिल हैं। 

पूर्व में शामिल जनजातियों की समानार्थी जातियां  

 राज्य 

 जनजाति 

 समानार्थी उपजाति 

 कर्नाटक 

 काडू कुरुबा 

 बेट्टा-कुरुबा 

 छत्तीसगढ़ 

 भारिया 

 भूमिया और भुइयां 

 छत्तीसगढ़

 गढ़वा 

 गदवा 

 छत्तीसगढ़

 धनवर

 धनावार और धनुवार 

 छत्तीसगढ़

 नगेसिया

 नगासिया और किसन 

 छत्तीसगढ़

 पोंढ़

 पोंड 

  • इसका उद्देश्य इस समुदाय से संबंधित सभी उपजातियों को सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करना है।
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