चर्चा में क्यों ?
हाल ही में भारत में चाँदी के आभूषणों और अन्य चाँदी की वस्तुओं के लिए स्वैच्छिक HUID (Hallmarking Unique Identification) आधारित हॉलमार्किंग लागू की गई है। यह पहल उपभोक्ताओं के लिए चाँदी की शुद्धता और प्रामाणिकता सुनिश्चित करने का महत्वपूर्ण कदम है।

प्रमुख बिंदु:
- BIS (भारतीय मानक ब्यूरो) का उद्देश्य चाँदी के आभूषणों को डिजिटल रूप से ट्रैसेबल ढांचे में लाना है, जैसा कि सोने की हॉलमार्किंग में पहले से अपनाया जा चुका है।
- इससे उपभोक्ताओं को सशक्त बनाया जाएगा और उपभोक्ता हितों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
भारत में चाँदी की हॉलमार्किंग का विकास
- अक्टूबर 2005 से भारत में चाँदी की हॉलमार्किंग स्वैच्छिक रूप से शुरू हुई।
- इसे IS 2112 मानक के तहत नियंत्रित किया गया था।
- BIS की शर्तें पूरी करने वाले ज्वैलर्स को पंजीकरण प्रमाणपत्र जारी किए जाते थे, जिससे वे हॉलमार्क वाली चाँदी बेच सकते थे।
- बढ़ती उपभोक्ता मांग और पारदर्शिता की आवश्यकता को देखते हुए, IS 2112:2014 को संशोधित कर IS 2112:2025 जारी किया गया।
- इसके साथ ही HUID आधारित हॉलमार्किंग आधिकारिक रूप से लागू हुई।
HUID आधारित हॉलमार्किंग क्या है ?
- HUID (Hallmarking Unique Identification) एक 6 अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड है।
- यह हर हॉलमार्क वाले आभूषण को अलग पहचान देता है।
फायदे:
- आभूषण की पूर्ण ट्रैसेबिलिटी सुनिश्चित होती है।
- BIS Care App के माध्यम से उपभोक्ता शुद्धता और प्रामाणिकता जाँच सकते हैं।
- हॉलमार्किंग की तारीख, शुद्धता और पंजीकरण विवरण की जानकारी प्राप्त होती है।
आभूषण पर अनिवार्य निशान:
- BIS स्टैंडर्ड मार्क (साथ में “SILVER”)
- प्योरिटी ग्रेड (जैसे 925, 958, 999)
- HUID कोड
IS 2112:2014 और IS 2112:2025 के बीच मुख्य अंतर
विशेषता
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IS 2112:2014
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IS 2112:2025
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शुद्धता ग्रेड
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800, 835, 900, 925, 970, 990
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800, 835, 925, 958, 970, 990, 999 (नए ग्रेड: 958 और 999)
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हॉलमार्क घटक
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4 घटक (BIS मार्क, शुद्धता, AHC ID, ज्वैलर ID)
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3 घटक (BIS मार्क, शुद्धता, HUID कोड)
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ट्रेसबिलिटी
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मैनुअल या सीमित
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डिजिटल – BIS Care App के माध्यम से
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सत्यापन
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स्थानीय/भौतिक
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राष्ट्रव्यापी, मोबाइल ऐप आधारित
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बुनियादी ढांचा और कार्यान्वयन
- साल 2025 तक: 87 ज़िलों में 230 BIS मान्यता प्राप्त जांच एवं हॉलमार्किंग केंद्र (AHCs) संचालित।
- वित्त वर्ष 2024–25: 32 लाख से अधिक चाँदी के आभूषणों पर हॉलमार्किंग।
- BIS Care App के माध्यम से उपभोक्ता HUID कोड स्कैन करके वास्तविक समय में जाँच कर सकते हैं।
- सभी केंद्र गुणवत्ता नियंत्रण, परीक्षण और हॉलमार्क जारी करने का कार्य करते हैं, जिससे भारत की हॉलमार्किंग प्रणाली को मजबूत आधार मिलता है।
प्रश्न. हाल ही में चर्चा में रहा HUID का पूरा नाम क्या है ?
(a) Hallmarking Unique Device
(b) Hallmarking Universal Identification
(c) Hallmarking Unique Identification
(d) Hallmarking Uniform ID
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