(प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिक घटनाक्रम) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 2: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार) |
संदर्भ
सितंबर 2025 में सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने भारत की आधिकारिक यात्रा की। यह यात्रा दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर महत्वपूर्ण रही।
2-4 सितंबर, 2025 को सिंगापुर के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के बारे में
- प्रधानमंत्री वोंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर भारत की यात्रा की।
- उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की, राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से भी वार्ता की।
- नई दिल्ली में हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता के बाद कई समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान हुआ।
- यह यात्रा भारत-सिंगापुर संबंधों को अगले 10-15 वर्षों के लिए एक स्पष्ट रोडमैप प्रदान करने वाली मानी जा रही है।
मुख्य बिंदु
आठ प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने पर सहमति :
- आर्थिक सहयोग
- कौशल विकास
- डिजिटलीकरण और उभरती तकनीकें (AI, क्वांटम कम्प्यूटिंग)
- सतत विकास और हरित ऊर्जा
- कनेक्टिविटी (समुद्री, हवाई एवं डिजिटल)
- स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सहयोग
- व्यक्ति एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान
- रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग
- भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन को वार्षिक संस्थागत रूप देने पर सहमति
- सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम पार्टनरशिप को अधिक मजबूत करने के लिए संयुक्त सहयोग
- भारत के ग्रीन एवं डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर के लिए समझौता
- UPI–PayNow डिजिटल भुगतान लिंक को अधिक विस्तार देने पर सहमति
- चेन्नई में उन्नत विनिर्माण के लिए राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (National Centre of Excellence) स्थापित करने पर सहमति
संयुक्त वक्तव्य के मुख्य बिंदु
- रणनीतिक रोडमैप: अगले चरण के लिए विजन और दिशा तय करना
- आर्थिक क्षेत्र: व्यापार, निवेश एवं पूंजी बाजार कनेक्टिविटी को मज़बूत करना
- डिजिटल सहयोग: AI, क्वांटम कंप्यूटिंग एवं साइबर सुरक्षा पर संयुक्त कार्य समूह
- ग्रीन ट्रांजिशन: हरित हाइड्रोजन और अमोनिया उत्पादन एवं व्यापार में साझेदारी
- कनेक्टिविटी: ग्रीन एवं डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर की स्थापना, हवाई संपर्क बढ़ाने की योजना
- रक्षा एवं सुरक्षा: मलक्का जलडमरूमध्य में गश्त में भारत की रुचि पर सिंगापुर की सराहना और समुद्री क्षेत्र जागरूकता सहयोग को मज़बूत करना
- व्यक्ति-से-व्यक्ति संपर्क: छात्र विनिमय, आईटीआई छात्रों के लिए इंटर्नशिप और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा
- वार्षिक समीक्षा: मंत्रीस्तरीय गोलमेज के माध्यम से प्रगति की नियमित निगरानी
भारत-सिंगापुर द्विपक्षीय संबंध
- ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक जुड़ाव: भारत व सिंगापुर के बीच सहस्राब्दियों से वाणिज्यिक, सांस्कृतिक एवं जन-से-जन के संबंध हैं। आधुनिक काल में सिंगापुर को वर्ष 1819 में सर स्टैमफोर्ड रैफल्स ने एक व्यापारिक केंद्र बनाया, जो वर्ष 1867 तक कोलकाता से शासित रहा।
- कूटनीतिक मान्यता: भारत ने वर्ष 1965 में सिंगापुर को मान्यता देने वाले पहले देशों में से एक था, जिससे दोनों देशों के बीच विश्वास एवं सम्मान पर आधारित मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित हुए।
- 2024 में उन्नयन: सितंबर 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिंगापुर यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी से व्यापक रणनीतिक साझेदारी (Comprehensive Strategic Partnership) में उन्नत किया गया।
व्यापार एव आर्थिक सहयोग
- सबसे बड़ा ASEAN साझेदार: सिंगापुर भारत का ASEAN में सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
- वृद्धि: CECA (2005) के बाद द्विपक्षीय व्यापार 2004-05 में $6.7 बिलियन से 2024-25 में $34.3 बिलियन तक पहुंच गया। भारत का 6वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार (2.96% हिस्सा) सिंगापुर रहा।
- निवेश:
- वर्ष 2024-25 में सिंगापुर से $14.94 बिलियन FDI प्राप्त हुआ जो कुल FDI का 24% (2000-2025: $174.88 बिलियन) रहा।
- 9000 भारतीय कंपनियां सिंगापुर में और सिंगापुर की 440 कंपनियां भारत में कार्यरत हैं।
- फिनटेक: UPI-PayNow लिंकेज (2023), RuPay कार्ड स्वीकृति और GIFT सिटी में NSE-SGX सहयोग।
रक्षा सहयोग
- समझौते: वर्ष 2003 का रक्षा सहयोग समझौता को 2015 में नवीनीकृत किया गया। नौसेना, वायुसेना एवं थल सेना के लिए संयुक्त अभ्यास।
- सैन्य अभ्यास:
- नौसेना: SIMBEX (32वां संस्करण, 2025)
- सेना: अग्नि वॉरियर (13वां संस्करण, 2024)
- वायुसेना: संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण (12वां संस्करण, 2024)
- SITMEX (2024) और मिलन अभ्यास में सिंगापुर की भागीदारी
- मंत्रिस्तरीय संवाद: 2024 में रक्षा मंत्रियों का 6ठा संवाद
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहयोग
- अंतरिक्ष: इसरो ने 2011 से 2023 तक सिंगापुर के कई उपग्रह लॉन्च किए।
- डिजिटल एवं स्वास्थ्य: डिजिटल स्वास्थ्य एवं हरित अर्थव्यवस्था पर ई-वर्कशॉप (2024)और साइबर नीति संवाद की शुरुआत की गयी है।
सांस्कृतिक सहयोग
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान: कला, थिएटर, संग्रहालय एवं युवा आदान-प्रदान में नियमित सहयोग
- थिरुवल्लुवर सांस्कृतिक केंद्र: भारतीय कला को बढ़ावा देने के लिए सितंबर 2024 में सिंगापुर में स्थापित करने की घोषणा
बहुपक्षीय सहयोग
- अंतर्राष्ट्रीय मंच:
- सिंगापुर ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (2023) और वैश्विक जैव-ईंधन गठबंधन (2023) में शामिल होने का समर्थन किया।
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया।
- ASEAN: सिंगापुर 2021-24 तक भारत-ASEAN समन्वयक रहा, जिसने भारत-ASEAN संबंधों को CSP तक बढ़ाया।
- G20: सिंगापुर ने भारत की G20 पहल (डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, AI) का समर्थन किया।
भारतीय प्रवासी समुदाय
- आबादी : सिंगापुर में 9% निवासी (4.04 मिलियन) भारतीय मूल के और 1.64 मिलियन विदेशी भारतीय
- भाषाएँ : तमिल सिंगापुर की चार आधिकारिक भाषाओं में से एक है। हिंदी, गुजराती, उर्दू, बंगाली एवं पंजाबी भी स्कूलों में पढ़ाई जाती हैं।
- प्रवासी भारतीय सम्मान : वर्ष 2023 में DBS बैंक के CEO पीयूष गुप्ता और 2025 में ग्लोबल स्कूल्स फाउंडेशन के चेयरमैन अतुल तेमुरनिकर को सम्मान प्रदान किया गया।
चुनौतियाँ
- वैश्विक व्यापार अस्थिरता: अमेरिका के टैरिफ विवाद से वैश्विक व्यापार प्रभावित होने का असर दोनों देशों पर पड़ा रहा है।
- प्रतिस्पर्धा: ASEAN के अन्य देशों के साथ भारत के बढ़ते संबंध सिंगापुर के लिए चुनौती हो सकते हैं।
आगे की राह
- नए क्षेत्रों में सहयोग: सेमीकंडक्टर, हरित ऊर्जा और AI में सहयोग बढ़ाना
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान: थिरुवल्लुवर केंद्र जैसे प्रयासों से सांस्कृतिक बंधन मजबूत करना
- निवेश और व्यापार: सिंगापुर से अतिरिक्त FDI और भारत से निवेश को बढ़ावा देना
- शिक्षा और कौशल: अधिक कौशल विकास केंद्र स्थापित करना, जैसे गुजरात में
सिंगापुर : देशनामा
- आधिकारिक नाम: सिंगापुर गणराज्य (Republic of Singapore)
- अवस्थिति : दक्षिण-पूर्व एशिया में मलय प्रायद्वीप के दक्षिणी छोर पर स्थित द्वीपीय राष्ट्र (भूमध्य रेखा से लगभग 137 किमी. उत्तर में)
- क्षेत्रफल : लगभग 734 वर्ग किमी. (दुनिया के सबसे छोटे देशों में से एक)
- राजधानी : सिंगापुर सिटी
- आधिकारिक भाषाएँ : अंग्रेजी, मलय (राष्ट्रीय भाषा), मंदारिन, तमिल

- मुद्रा : सिंगापुर डॉलर (SGD)
- संरचना : एक मुख्य द्वीप और लगभग 60 छोटे द्वीपों से मिलकर बना है।
- पड़ोसी देश :
- उत्तर: मलेशिया (जोहोर जलडमरूमध्य द्वारा अलग)
- दक्षिण: इंडोनेशिया (सिंगापुर जलडमरूमध्य द्वारा अलग)
- जलवायु : उष्णकटिबंधीय मानसूनी, गर्म एवं आर्द्र, वर्षभर बारिश
- शासन प्रणाली : संसदीय गणतंत्र
- राज्य प्रमुख : राष्ट्रपति (औपचारिक प्रमुख)
- सरकार प्रमुख : प्रधानमंत्री
- संसद : एक सदनीय (Unicameral)
- आबादी : लगभग 58 लाख (2025 अनुमान)
- धर्म : बौद्ध, इस्लाम, ईसाई, हिंदू, ताओइज़्म
- विशेषताएँ :
- सबसे स्वच्छ शहरों में से एक
- कड़े कानून और अनुशासन के लिए प्रसिद्ध
- ‘गार्डन सिटी’ के नाम से विख्यात
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