(प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिक घटनाक्रम) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 2: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार) |
संदर्भ
25 अगस्त, 2025 को फिजी के प्रधानमंत्री सितिवेनी रबुका ने भारत की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा शुरू की। फिजी, प्रशांत महासागर के द्वीपीय देशों में भारत का एक महत्वपूर्ण साझेदार है और हाल के वर्षों में दोनों देशों ने अपने संबंधों को अधिक मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
फिजी के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा
- फिजी के प्रधानमंत्री सितिवेनी रबुका की नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ व्यापक चर्चा में रक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, व्यापार एवं प्रशांत क्षेत्र में सहयोग पर जोर दिया गया।
- यह यात्रा विशेष रूप से चीन के प्रभाव को संतुलित करने के लिए प्रशांत क्षेत्र में भारत की रणनीति के संदर्भ में भारत और फिजी के बीच बढ़ते सहयोग का प्रतीक है।
यात्रा के परिणाम
- रक्षा एवं सुरक्षा: दोनों देशों ने एक मुक्त, सुरक्षित एवं समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया। भारत ने फिजी की समुद्री सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण और उपकरण प्रदान करने का वादा किया।
- स्वास्थ्य एवं विकास: सुवा में 100 बिस्तरों वाला सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल बनाने की घोषणा की गई, जो प्रशांत क्षेत्र की सेवा करेगा।
- कृषि एवं व्यापार: भारत ने फिजी को 12 कृषि ड्रोन और दो मोबाइल मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएँ प्रदान करने का वादा किया। भारतीय घी को फिजी के बाजार में प्रवेश की अनुमति दी गई।
- सांस्कृतिक एवं शैक्षिक सहयोग: फिजी विश्वविद्यालय में हिंदी एवं संस्कृत शिक्षक भेजने और फिजी के पंडितों को भारत में प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई।
प्रमुख समझौते
- रक्षा सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन (MoU) और संयुक्त कार्य समूह की बैठक
- सुवा में सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल के डिजाइन, निर्माण एवं संचालन के लिए MoU, जन औषधि योजना के तहत दवाओं की आपूर्ति
- भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) एवं फिजी के राष्ट्रीय मापन विभाग के बीच सहयोग और मानव संसाधन विकास के लिए MoU
- छात्रों एवं पेशेवरों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए एक संकल्प पत्र (LoI)
- भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) और फिजी कॉमर्स एंड एम्प्लॉयर्स फेडरेशन (FCEF) के बीच MoU
- नाबार्ड एवं फिजी डेवलपमेंट बैंक के बीच समझौता
भारत-फिजी द्विपक्षीय संबंध: एक अवलोकन
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
- भारत एवं फिजी के संबंध वर्ष 1879 में शुरू हुए, जब 60,000 से अधिक भारतीय मजदूरों (गिरमिटिया) को ब्रिटिश शासन के तहत फिजी में गन्ने के बागानों के लिए ले जाया गया।
- वर्ष 1970 में फिजी की स्वतंत्रता के बाद भारत ने वहाँ एक आयुक्त कार्यालय स्थापित किया, जो बाद में उच्चायोग बन गया।
- वर्ष 1987 में रबुका के नेतृत्व में हुए तख्तापलट ने भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री महेंद्र चौधरी को हटा दिया और भारत-फिजी संबंधों में तनाव पैदा हो गया।
- हालांकि, रबुका ने वर्ष 2008 एवं 2023 में इसके लिए माफी मांगी, जिससे संबंधों में सुधार हुआ।
- वर्ष 2014 में भारत ने फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन (FIPIC) शुरू किया, जिसने फिजी के साथ सहयोग को अधिक मजबूत किया।
व्यापारिक संबंध
- वर्ष 2023-24 में भारत व फिजी के बीच द्विपक्षीय व्यापार $77.47 मिलियन था, जिसमें भारत का निर्यात $76.28 मिलियन और फिजी का निर्यात $1.19 मिलियन था।
- भारतीय घी को फिजी के बाजार में प्रवेश की अनुमति दी गई है और दोनों देश आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन एवं व्यापार विविधीकरण पर काम कर रहे हैं।
निवेश
- भारत ने फिजी में कई विकास परियोजनाओं में निवेश किया है, जैसे- सतत तटीय एवं महासागर अनुसंधान संस्थान और आईटी केंद्र।
- सुवा में सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल भारत की प्रशांत क्षेत्र में सबसे बड़ी अनुदान सहायता परियोजना है।
- दोनों देश छोटे एवं मध्यम उद्यमों, सहकारिता व कृषि-प्रसंस्करण में निवेश के अवसर तलाश रहे हैं।
प्रवासी समुदाय
- फिजी में भारतीय प्रवासी (लगभग 2300) और भारतीय-फिजियन (लगभग एक-तिहाई आबादी) फिजी की अर्थव्यवस्था व संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
- गिरमिटिया विरासत को गिरमिट डे, विश्व हिंदी सम्मेलन (2023, नादी) और प्रवासी भारतीय सम्मान जैसे आयोजनों के माध्यम से सम्मानित किया जाता है।
पर्यटन
भारत और फिजी के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने की संभावनाएँ हैं। फिजी के प्राकृतिक सौंदर्य और समुद्र तट भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करते हैं, जबकि भारत का सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक पर्यटन फिजी के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। प्रवास एवं गतिशीलता पर समझौता पर्यटन को अधिक बढ़ावा दे सकता है।
अन्य क्षेत्रों में सहयोग
- रक्षा एवं समुद्री सुरक्षा: भारतीय नौसेना का जहाज 2025 में फिजी में रुकेगा और साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण कक्ष स्थापित किया जाएगा।
- स्वास्थ्य: ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन और हील इन इंडिया कार्यक्रम के तहत फिजी के मरीजों को भारत में विशेष उपचार की सुविधा होगी।
- कृषि: कृषि ड्रोन, मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएँ और 5 मीट्रिक टन मूंगफली के बीज की आपूर्ति।
- जलवायु एवं ऊर्जा: फिजी ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA), आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचा गठबंधन (CDRI) और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन (GBA) में भागीदारी की।
- शिक्षा एवं संस्कृति: हिंदी-संस्कृत शिक्षक, फिजी के पंडितों का प्रशिक्षण और अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 का संयुक्त आयोजन।
- खेल: क्रिकेट फिजी के लिए भारतीय कोच की नियुक्ति।
चुनौतियाँ
- ऐतिहासिक तनाव: 1987 के तख्तापलट ने भारतीय-फिजियन समुदाय के साथ संबंधों को प्रभावित किया था, जिसके प्रभाव अभी भी मौजूद हैं।
- आर्थिक असमानता: द्विपक्षीय व्यापार में भारत का निर्यात अधिक है जबकि फिजी का निर्यात सीमित है।
- भौगोलिक दूरी: दोनों देशों के बीच दूरी के कारण नियमित आदान-प्रदान और पर्यटन में बाधा उत्पन्न होती है।
- जलवायु जोखिम: फिजी के लिए जलवायु परिवर्तन एक गंभीर खतरा है, जिसके लिए भारत के साथ अधिक सहयोग की आवश्यकता है।
- डिजिटल और तकनीकी अंतर: फिजी में डिजिटल बुनियादी ढांचे की कमी साइबर सुरक्षा और डिजिटल सहयोग में चुनौती है।
आगे की राह
- नियमित आदान-प्रदान: संसदीय एवं सांस्कृतिक प्रतिनिधिमंडलों की यात्राएँ (2026 में प्रस्तावित) बढ़ाई जाएँ।
- आर्थिक संतुलन: फिजी के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भारत बाजार खोल सकता है।
- जलवायु सहयोग: नवीकरणीय ऊर्जा और आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे पर अधिक निवेश किया जाए।
- सांस्कृतिक सेतु: भारतीय प्रवासियों और गिरमिटिया विरासत को बढ़ावा देने वाले अधिक आयोजन किए जाएँ।
- क्षमता निर्माण: फिजी की समुद्री और साइबर सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भारत का निरंतर समर्थन आवश्यक है।
निष्कर्ष
भारत और फिजी के बीच संबंध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व सामरिक आधार पर मजबूत हो रहे हैं। रबुका की यात्रा और हाल के समझौतों ने रक्षा, स्वास्थ्य, कृषि व सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा दिया है। दोनों देशों को वैश्विक दक्षिण और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति व समृद्धि के लिए मिलकर काम करना चाहिए, ताकि यह साझेदारी अधिक गहरी हो।
फिजी : देशनामा

- आधिकारिक नाम: फिजी गणराज्य (Republic of Fiji)
- राजधानी: सुवा
- भौगोलिक स्थिति: दक्षिण प्रशांत महासागर में, मेलानेशिया क्षेत्र, 333 द्वीपों का समूह (लगभग 110 में बसावट)
- क्षेत्रफल: लगभग 18,274 वर्ग किमी.
- मुद्रा: फिजियन डॉलर (FJD)
- सरकार: संसदीय गणतंत्र
- स्वतंत्रता: 10 अक्तूबर, 1970 (ब्रिटिश शासन से)
- प्रमुख धर्म: ईसाई (64.4%), हिंदू (27.9%), इस्लाम (6.3%) व अन्य
- प्रमुख व्यापारिक साझेदार: ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, भारत, जापान
- भारतीय प्रवासी: लगभग एक-तिहाई आबादी (भारतीय-फिजियन), 1879-1916 में गिरमिटिया मजदूरों के रूप में आए
- पर्यटन: प्राकृतिक सौंदर्य, समुद्र तट, कोरल रीफ, स्कूबा डाइविंग
- जलवायु: उष्णकटिबंधीय समुद्री जलवायु, चक्रवातों का खतरा
- संस्कृति: फिजियन, भारतीय और यूरोपीय संस्कृतियों का मिश्रण; होली, दीवाली, एवं फिजियन मेके नृत्य प्रमुख
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