चर्चा में क्यों ?
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने घोषणा की है कि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म "चलो जीते हैं" 18 सितंबर 2025 से 2 अक्टूबर 2025 तक देशभर में पुनः रिलीज़ होगी।

विषय और उद्देश्य:
- यह फिल्म स्वामी विवेकानंद के दर्शन और विचारों को एक सिनेमाई श्रद्धांजलि के रूप में प्रस्तुत करती है।
- फिल्म निस्वार्थता, सेवा और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के संदेश को प्रभावशाली ढंग से फैलाती है।
प्रदर्शन विवरण:
- फिल्म को लगभग 500 सिनेमाघरों और स्कूलों में प्रदर्शित किया जाएगा।
- स्कूलों और समाज के 'साइलेंट हीरोज़' जैसे चौकीदार, सफाई कर्मचारी, ड्राइवर और चपरासी को फिल्म के प्रदर्शन के बाद एक विशेष समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
कहानी का सार:
- फिल्म मुख्य रूप से युवा नायक नारू की कहानी पर आधारित है।
- नारू स्वामी विवेकानंद के विचारों से गहराई से प्रेरित है और अपने छोटे से परिवेश में बदलाव लाने का प्रयास करता है।
- फिल्म के माध्यम से बच्चों और युवाओं में निस्वार्थ सेवा, सामाजिक जिम्मेदारी और सकारात्मक योगदान का संदेश दिया जाता है।
विशेष महत्व:
- यह पुनः प्रदर्शन न केवल सिनेमा प्रेमियों के लिए प्रेरणास्पद अनुभव होगा, बल्कि शिक्षा और समाज सेवा के मूल्यों को बढ़ावा देने का अवसर भी प्रदान करेगा।
प्रश्न. 18 सितंबर 2025 से 2 अक्टूबर 2025 तक किस फिल्म का पुनः प्रदर्शन किया जा रहा है ?
(a) चलो जीते हैं
(b) स्वदेश
(c) जीवन दर्शन
(d) युवा शक्ति
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