Current Affairs 29-Oct-2025
भारत सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण घटक योजना (ECMS) के तहत 5,532 करोड़ रुपए की सात परियोजनाओं के पहले चरण को मंजूरी प्रदान की है।
Current Affairs 29-Oct-2025
‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL)’ और रूस की सार्वजनिक संयुक्त स्टॉक कंपनी ‘यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन (UAC)’ ने नागरिक यात्री विमान एसजे-100 (Sukhoi Superjet 100: SJ-100) के उत्पादन के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
Current Affairs 29-Oct-2025
17 सितंबर, 2025 को यूरोपीय संघ (EU) और भारत ने अपने संयुक्त संचार में एक नया व्यापक रणनीतिक एजेंडा निर्धारित किया। इसे ‘नवीन रणनीतिक ईयू-भारत एजेंडा’ कहा गया जो दोनों देशों के बीच साझेदारी को मजबूत करने का ब्लूप्रिंट है।
Current Affairs 29-Oct-2025
हाल ही में कई बड़ी कंपनियों और वित्तीय संस्थानों पर आरोप लगे हैं कि वे अपने उत्पादों और नीतियों को “पर्यावरण के अनुकूल” (Eco-friendly) बताकर प्रचार कर रही हैं, जबकि वास्तविकता में उनका पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
Current Affairs 29-Oct-2025
सितंबर 2025: भारत ने CCU परियोजनाओं के लिए बड़े वित्तीय प्रोत्साहन (Carbon Capture Incentives) की घोषणा की।
Current Affairs 28-Oct-2025
यूरोपीय संघ (European Union – EU) ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के अपने “ग्रीन डील” (Green Deal) के तहत कार्बन बॉर्डर एडजस्टमेंट मैकेनिज्म (CBAM) को लागू करना शुरू किया है।
Current Affairs 28-Oct-2025
21 अक्तूबर को रूस ने एक नई परमाणु-सक्षम और परमाणु-संचालित क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इसका नाम ‘बुरेवस्तनिक’ (Burevestnik) है। यह दुनिया की पहली परमाणु ऊर्जा संचालित क्रूज मिसाइल है। बुरेवस्तनिक रूस के समुद्री पक्षी का नाम है।
Current Affairs 27-Oct-2025
हाल ही में नीदरलैंड मुख्यालय वाली GX Group कंपनी ने भारत में फोटॉनिक्स (Photonics) मॉड्यूल के विकास और विनिर्माण में ₹500 करोड़ के निवेश की घोषणा की है। यह निवेश इन्वेस्ट इंटरनेशनल और SMART Photonics कंपनी के सहयोग से किया जा रहा है।
Current Affairs 27-Oct-2025
25 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में क्राइसेंथेमम (गुल-ए-दाऊद) फूल उत्सव 2025 का आयोजन किया गया।
Current Affairs 27-Oct-2025
हाल ही में पर्यावरणविदों और स्थानीय निवासियों ने केंद्र सरकार से गुरुग्राम-फरीदाबाद मार्ग स्थित बंधवाड़ी लैंडफिल साइट से अरावली पर्वतमाला में निक्षालन द्रव या लीचेएट (Leachate) के अवैध रिसाव को रोकने के लिए हस्तक्षेप की मांग की है। यह रिसाव न केवल स्थानीय निवासियों के लिए स्वास्थ्य संकट पैदा कर रहा है, बल्कि अरावली के जंगलों और वन्यजीवों के लिए भी गंभीर खतरा बन गया है।
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