Environment & Ecology 22-Dec-2025
आर्मेनिया ने जैविक विविधता पर सम्मेलन (COP 17) के लिए अपना नया लोगो पेश किया है। इस लोगो में एरिवान एनोमलस ब्लू तितली को मुख्य आकर्षण के रूप में दिखाया गया है।
Environment & Ecology 20-Dec-2025
जलीय प्रदूषण वर्तमान में वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक गंभीर चुनौती बन चुका है। ऐसे में वैज्ञानिक अब प्रकृति के उन रहस्यों को खोजने का प्रयास कर रहे हैं जो प्रदूषण का सामना करने में हमारे सबसे शक्तिशाली सहयोगी बन सकते हैं।
Environment & Ecology 20-Dec-2025
बीजिंग स्थित चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज विश्वविद्यालय के शोधकर्ता झिताओ लियू और उनके सहयोगियों ने उच्च-रिज़ॉल्यूशन भूमि उपयोग और जैव विविधता डेटा का उपयोग करते हुए 2000–2020 के बीच शहरी और ग्रामीण बस्तियों के प्रभावों की तुलना की।
Environment & Ecology 19-Dec-2025
भारत की सबसे प्राचीन पर्वत श्रृंखलाओं में से एक अरावली एक बार फिर नीति एवं न्यायिक विमर्श के केंद्र में है। सर्वोच्च न्यायालय ने हालिया आदेश में अरावली पहाड़ियों और पर्वत श्रृंखलाओं की एक समान वैज्ञानिक परिभाषा तय करते हुए दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान एवं गुजरात में फैले इसके क्षेत्रों में नए खनन पट्टों व नवीनीकरण पर रोक लगा दी है। सर्वोच्च न्यायालय का यह फैसला केवल खनन नियंत्रण तक सीमित नहीं है बल्कि दीर्घकालिक पारिस्थितिक सुरक्षा की दिशा में एक संरचनात्मक हस्तक्षेप है।
Environment & Ecology 17-Dec-2025
हाल ही में, गुजरात के युवाओं को कथित तौर पर डेटा एंट्री की आकर्षक नौकरियों का लालच देकर म्यांमार में मोई नदी के पार स्थित साइबर-धोखाधड़ी केंद्रों में ले जाए जाने की खबरों के कारण मोई नदी सुर्खियों में है।
Environment & Ecology 17-Dec-2025
सिक्किम में सीमावर्ती पर्यटन को नई दिशा देते हुए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने आज सुबह ‘भारत रणभूमि दर्शन’ पहल के तहत चो ला और डोक ला जैसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सीमावर्ती स्थलों को आधिकारिक रूप से पर्यटकों के लिए खोल दिया।
Science and Technology 17-Dec-2025
तेलंगाना के मुलुगु स्थित वन महाविद्यालय एवं अनुसंधान संस्थान (FCRI) को हाल ही में नीम के हजारों वृक्षों के मुरझाने की घटना के बाद विनाशकारी ‘डाईबैक रोग’ की व्यापक वैज्ञानिक जांच शुरू करने के लिए कदम उठाना पड़ा है।
Environment & Ecology 17-Dec-2025
भारत में वायु प्रदूषण अब केवल उत्तरी मैदानी इलाकों तक सीमित एक मौसमी घटना नहीं रह गया है; बल्कि यह एक सतत और व्यापक राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल बन चुका है।
Environment & Ecology 16-Dec-2025
झारखंड के झरिया कोयला क्षेत्र के केन्दुआडीह में हाल ही में संदिग्ध गैस रिसाव के कारण दो महिलाओं की मौत हो गई। इस घटना ने इलाके में दहशत फैला दी और कई परिवारों को अस्थायी रूप से अपने घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया।
Environment & Ecology 16-Dec-2025
वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने राजस्थान की सिलीसेढ़ झील और छत्तीसगढ़ के कोपरा जलशय को रामसर स्थल के रूप में घोषित किया।
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